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बाबुल सुप्रियो देना चाहते हैं लोकसभा से इस्तीफा, स्पीकर नहीं दे रहे मिलने का समय

बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद लोकसभा सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा की थी.

Updated on: 09 Oct 2021, 06:06 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी को छोड़ टीएमसी में हुए थे शामिल 
  • दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के बावजूद बाबुल सुप्रियो ने अभी तक सांसद पद से इस्तीफा नहीं दिया है
  • बाबुल सुप्रियो के पत्र पर अभी तक ओम बिरला के कार्यालय से कोई जवाब नहीं आया

कोलकाता:

भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में आये लोकसभा सांसद बाबुल सुप्रियो संसद सदस्यता छोड़ना चाहते हैं. लेकिन उन्हें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समय नहीं दे रहे हैं. टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर समय मांगा है. बाबुल सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर समय मांगा है, ताकि वो सांसद पद से अपना इस्तीफा उन्हें सौंप सकें. हालांकि बाबुल सुप्रियो के पत्र पर अभी तक ओम बिरला के कार्यालय की ओर से किसी तरह का कोई जवाब नहीं आया है.

दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के बावजूद बाबुल सुप्रियो ने अभी तक सांसद पद से इस्तीफा नहीं दिया है. इससे पहले भी वो कई बार इस्तीफे के लिए समय की मांग कर चुके हैं. खबरों की मानें तो इस बार भी उन्हें अतिरिक्त समय देने से इनकार कर दिया गया है. लोकसभा कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि जब से उन्होंने इस्तीफे की घोषणा की है उन्हें कभी भी लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय नहीं बुलाया गया.

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बता दें कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी को छोड़ने के बाद कहा था कि उन्होंने अपनी खुशी से पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि वो बेहद उदास मन से टीएमसी में गए हैं. उन्होंने फुटबॉलर मेसी का उदाहरण देते हुए कहा कि मेसी बार्सिलोना नहीं छोड़ना चाहते थे, लेकिन वो उदास मन से चले गए.

बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद लोकसभा सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा की थी. लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद वह मान गये थे. लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया.