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गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी ने 4 बार किया फोन, दीदी ने नहीं किया रिसीव

ईडी ने पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापा मारा था, जहां से टीम को 20 करोड़ से ज्यादा कैश मिले थे. इसके अलावा कई ऐसे कागजात भी मिले, जिनमें अवैध लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले है.

Updated on: 24 Jul 2022, 11:55 PM

कोलकाता:

ईडी ने पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापा मारा था, जहां से टीम को 20 करोड़ से ज्यादा कैश मिले थे. इसके अलावा कई ऐसे कागजात भी मिले, जिनमें अवैध लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले है. खास बात ये रही कि अर्पिता कैश के बारे में ईडी के अफसरों को सही जानकारी भी नहीं दे पाई. ईडी के मुताबिक इस मामले के सीधे तार मंत्री पार्थ चटर्जी से जुड़े पाए गए. इसके बाद ममता सरकार में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. इस गिरफ्तारी से पहले पार्थ चटर्जी ने सीएम ममता बनर्जी को चार बार फोन किया था, लेकिन पार्थ का आरोप है कि ममता ने एक बार भी फोन नहीं उठाया.

शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में फंसी पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की प्रक्रिया आगे बढ़ाई तो पार्थ चटर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चार बार फोन किया, लेकिन कॉल न मिलने के कारण बात नहीं हो सकी. ईडी ने अपनी कागजी कार्रवाई में भी इसका जिक्र किया है.

गौरतलब है कि ईडी ने पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर शनिवार को छापेमारी की थी. जहां से टीम को तकरीबन 20 करोड़ से ज्यादा कैश मिले थे. इसके अलावा कई ऐसे कागजात भी मिले, जिनमें अवैध लेन-देन के पुख्ता सबूत मिलने की बात कही जा रही है. इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि अर्पिता कैश के बारे में सही जानकारी भी नहीं दे पाई. इस मामले के सीधे तार ममता के मंत्री पार्थ चटर्जी से जुड़े बताए जे रहे हैं. 

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इसके बाद जांच एजेंसी ने पार्थ चटर्जी से लगातार 26 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद पार्थ को गिरफ्तार करने का फैसला लिया गया. नियम के मुताबिक जब भी कोई व्यक्ति गिरफ्तार होता है तो वह अपने किसी रिश्तेदार को इसकी सूचना दे सकता है. इसमें आरोपी व्यक्ति का परिवार का सदस्य या रिश्तेदार या दोस्त हो सकता है. ताकि, आवश्यक कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके. लिहाजा, शनिवार को अपनी गिरफ्तारी के दौरान मंत्री पार्थ चटर्जी ने ईडी अधिकारियों से कहा कि वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सूचित करना चाहते हैं. पार्थ ने सुबह 2.31 बजे, 2:33 बजे, 3:37 बजे और 9:35 बजे ममता को चार बार फोन किया, लेकिन एक भी कॉल का जवाब नहीं मिला. पार्थ को 23 जुलाई को सुबह 1.55 बजे गिरफ्तार किया गया था.