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Uttarkashi Tunnel Collapse: अब सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचेगा खाना, फोन-चार्जर और WiFi भेजने की भी तैयारी

Uttarkashi Tunnel Collapse: टनल में फंसे मजदूरों तक अभी ड्राय राशन ही पहुंचाया जा रहा था. लेकिन पाइप भेजने के बाद अब करीब 60 मीटर दूर फंसे मजदूरों को अब ड्राय साशन के बजाए एक संतुलित आहार भेजा जा सकेगा.

Updated on: 20 Nov 2023, 11:09 PM

New Delhi:

Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस बीच राहत की बात यह है कि सुरंग में फंसे लोगों तक अब खाना मोबाइल फोन और फोन चार्जर पहुंचाया जा सकेगा. यही नहीं राहत व बचाव दल टनल में फंसे मजदूरों के लिए अब वाईफाई सुविधा भी पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. वहीं, मजदूरों तक एक 6 इंच का पाइप भेजने में मिली सफलता से लोगों में खुशी का माहौल है. मजदूरों तक पाइप की पहुंच से उनके परिजनों ने भी राहत की सांस ली है. उनको अब आशा की किरण नजर आने लगी है. आपको बता दें कि टनल में फंसे मजदूरों तक अभी ड्राय राशन ही पहुंचाया जा रहा था. लेकिन पाइप भेजने के बाद अब करीब 60 मीटर दूर फंसे मजदूरों को अब ड्राय साशन के बजाए एक संतुलित आहार भेजा जा सकेगा.

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दरअसलस, 12 नवंबर को सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद फंसे हुए 41 श्रमिकों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है. उत्तरकाशी सुरंग हादसा पर कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि 150 एमएम व्यास की पाइपलाइन स्थापित की गई है. हम इससे सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खाना, मोबाइल और चार्जर भेजेंगे. हम अंदर वाईफाई कनेक्शन लगाने की भी कोशिश करेंगे. डीआरडीओ के रोबोट भी काम कर रहे हैं..."

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आपको बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चारधाम परियोजना के तहत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर टनल का एक हिस्सा ढह गया था.  सिलक्यारा की तरफ वाले इस हिस्से के ढहने से उसमें 41 मजदूर फंस गए थे. पिछले 9 दिनों से टनल में फंसे मजदूरों को निकालने का काम चल रहा है. हालांकि इस काम में अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है, लेकिन टनल में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. पाइप लाइन के माध्यम से उनसे बातचीत भी की जा रही है और उनतक भोजन, पानी और दवाएं आदि जरूरत की चीजें भी पहुंचाई जा रही हैं.