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Uttarakhand: नई दिल्ली से कोटद्वार के बीच नई रेल सेवा की हुई शुरूआत, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली दिखाई झंडी

Uttarakhand: उत्तराखंड के लोगों के लिए आज बहुत ही अहम दिन है. क्योंकि अब उत्तराखंड से दिल्ली दूर नहीं है. मुख्यमंत्री के प्रयासों से नई दिल्ली से लेकर कोटद्वार तक नई रेल सेवा की शुरूआत की गई.

Updated on: 29 Oct 2023, 11:53 AM

highlights

  • मुख्यमंत्री धामी ने किया पीएम मोदी व रेल मंत्री का आभार
  • वर्चुअली उद्दघाटन कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद अनिल बलुनी ने भी की शिरकत

नई दिल्ली :

Uttarakhand: उत्तराखंड के लोगों के लिए आज बहुत ही अहम दिन है. क्योंकि अब उत्तराखंड से दिल्ली दूर नहीं है. मुख्यमंत्री के प्रयासों से नई दिल्ली से लेकर कोटद्वार तक नई रेल सेवा की शुरूआत की गई. जिसके साक्षी स्वयं मुख्यमंत्री धामी व सासंद अनिल बलुनी बने. दोनों ने वर्चुअली नई रेल सेवा को हरी झंडी दिखाई. मुख्यमंत्री  धामी ने कोटद्वार आनन्द विहार दिल्ली के मध्य संचालित हो रही ट्रेन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया. उन्होंने इसके लिए पौड़ी से सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और  कोटद्वार से विधायक ऋतु खंडूरी के प्रयासों की भी सराहना की. 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से कोटद्वार और दिल्ली के बीच ट्रेन के संचालन की मांग चल रही थी, अब कोटद्वार से दिल्ली बस के साथ ट्रेन से भी सुगम यात्रा हो सकेगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से इस ट्रेन का नाम वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी के नाम पर रखने पर विचार करने का भी अनुरोध किया ताकि आम जन इस ट्रेन के साथ अपना और अधिक जुड़ाव महसूस कर सकें.उन्होंने कहा कि बीते नौ वर्षों में देश में रेलवे के क्षेत्र में “अभूतपूर्व स्पीड“ से व “अभूतपूर्व स्केल“ से कार्य किया जा रहा है और उस तरह हम भारतीय रेल के स्वर्णिम युग की ओर बढ़ रहे हैं. पिछले 9 वर्षों में भारतीय रेलवे को नए भारत की आकांक्षाओं तथा आत्मनिर्भर भारत की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है.  2014 के बाद से भारतीय रेल एक नए रूप में हमारे सम्मुख है.

मुख्यमंत्री ने कहा “आज जहां एक ओर ब्रॉड गेज रेल लाइनों से मानव रहित रेल क्रॉसिंग को ख़त्म करके भारतीय रेलवे को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाया गया है. वहीं दूसरी ओर आज भारतीय रेलवे की रफ्तार भी पहले से कहीं अधिक बढ़ चुकी है. आत्मनिर्भरता और आधुनिकता के प्रतीक चिन्ह के रूप में वंदे भारत जैसी मेड इन इंडिया ट्रेनें रेल नेटवर्क का हिस्सा बन रही हैं. वर्तमान में देश के अछूते हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ने का काम भी तेजी से चल रहा है. केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तरखंड में बहुत से ऐसे काम हुए हैं, जो कि पहले मुमकिन नहीं लग रहे थे. उत्तराखंड में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल लाइन निर्माण से पहाड़ तक रेल पहुंचाने का सपना सच होने जा रहा है. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तराखंड के तीन रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. इसके साथ ही देहरादून से आनन्द विहार के बीच इसी वर्ष वन्दे भारत ट्रेन का संचालन होना हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है. हम उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र को लेकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं.” 

रिपोर्ट - हर्ष द्विवेदी