'सुरंग में फंसे मजदूरों तक लगेगा दो से ढाई दिन का समय, अगर...' केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जताई उम्मीद

बीते रविवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में भूस्खलन हो गया था, जिसमें टनल में काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए. जहां लगातारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. आज केंद्रीय मंत्री गडकरी बचाव अभियान का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे.

बीते रविवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में भूस्खलन हो गया था, जिसमें टनल में काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए. जहां लगातारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. आज केंद्रीय मंत्री गडकरी बचाव अभियान का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे.

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Suhel Khan
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Nitin Gadkari

Nitin Gadkari ( Photo Credit : ANI)

Nitin Gadkari: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए पिछले 8 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रविवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी घटनास्थल पर पहुंचे. जहां राहत बचाव कार्य का जायजा लिया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि, "पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. उन्हें बाहर निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है." नितिन गडकरी ने आगे कहा कि, "हमने यहां काम करने वाले संबंधित अधिकारियों के साथ 2 घंटे लंबी बैठक की है. हम 6 वैकल्पिक उपायों पर काम कर रहे हैं और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं."

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उन्होंने कहा कि पीएमओ की ओर से भी इस पर खास नजर रखी जा रही है. सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है. गडकरी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता सुरंग में फंसे हुए पीड़ितों को भोजन, दवा और ऑक्सीजन उपलब्ध कराना है.

'दो से ढाई दिन में मजदूरों तक पहुंच जाएंगे...'

बता दें कि बीते रविवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में भूस्खलन हो गया था, जिसमें टनल में काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए. जहां लगातारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. आज केंद्रीय मंत्री गडकरी बचाव अभियान का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद गडकरी ने कहा कि, 'इस ऑपरेशन की पहली प्राथमिकता पीड़ितों को जिंदा रखना है. बीआरओ द्वारा विशेष मशीनें लाकर सड़कें बनाई जा रही हैं. कई मशीनें यहां आ चुकी हैं. दो बोरिंग मशीनें फिलहाल बचाव अभियान चलाने के लिए काम कर रही हैं. इस हिमालयी भूभाग की जटिलताएं हैं…’ केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, "अगर बरमा मशीन ठीक से काम करती है, तो हम अगले दो से ढाई दिनों में उन फंसे मजदूरों तक पहुंच पाएंगे."

केंद्रीय मंत्री के सचिव ने कही ये बात

वहीं उत्तरकाशी टनल हादसे पर सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि, "अंदर बिजली पानी और 2 किमी की जगह है, उस 2 किलोमीटर में टनल पूरी हो चुकी है. एक पाइप के जरिये मजदूरों तक खाने की सामग्री भेजी जा रही है. समय लगेगा लेकिन हम उन्हें बाहर निकाल लेंगे." वहीं ओडिशा सरकार के श्रम विभाग के एक अधिकारी ने सुरंग में फंसे अपने राज्यों के मजदूरों से बात की. बता दें कि सुरंग में भूस्खलन होने के बाद ओडिशा के भी पांच मंजदूर वहां फंस गए हैं. अधिकारी ने बताया कि श्रमिकों ने कहा कि वे सुरक्षित हैं और ठीक हैं. उनके लिए पानी और खाना पहुंचाया जा रहा है. अधिकारी ने उम्मीद जताई कि मजदूरों को जल्द बाहर निकाल लिया जाएगा.

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Source : News Nation Bureau

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