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उत्तराखंड में भारी बारिश से कई नदियां उफान पर, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री से की बात

पिछले कुछ समय से उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. जबकि लगातार बारिश होने की वजह से अब तक छह लोगों की मौत हो गई है. राज्य के करीब 20 स्थानों पर भारी वर्षा हुई है जबकि कई जगहों पर अभी भी बारिश हो रही है.

Updated on: 19 Oct 2021, 06:56 PM

highlights

  • उत्तराखंड में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
  • राज्य के करीब 20 स्थानों पर भारी बारिश, कई मार्ग अवरुद्ध
  • अब तक छह लोगों की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने लिया जायया 

 

देहरादून:

पिछले कुछ समय से उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. जबकि लगातार बारिश होने की वजह से अब तक छह लोगों की मौत हो गई है. राज्य के करीब 20 स्थानों पर भारी वर्षा हुई है जबकि कई जगहों पर अभी भी बारिश हो रही है. लगातार बारिश की वजह से प्रदेश भर में कई मार्ग अवरुद्ध है. लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा है. वहीं उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर गए लगभग 10 हजार श्रद्धालु यात्रा पड़ावों पर रुके हुए हैं. हजारों श्रद्धालु वापसी के लिए मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच उत्तराखंड में हुई भारी तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से बात की है और राज्य में हुई तबाही का पूरा जायजा लिया है. 

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भारी तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम से बात की

उत्तराखंड में बारिश से हुई भारी तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से बात की है. प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में हुई तबाही का पूरा जायजा लिया. प्रधानमंत्री ने सीएम को भरोसा दिलाया कि उत्तराखंड को हुई तबाही की भरपूर मदद करने का भरोसा दिलाया. वहीं प्रधानमंत्री ने कुमाऊं क्षेत्र में हुई नुकसान को लेकर अजय भट्ट से विस्तृत जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से राज्य में हुए नुकसान को लेकर जानकारी मांगी है. प्रधानमंत्री सांसद अनिल बलूनी से भी लगातार जानकारी ले रहे हैं. 

एनडीआरएफ की 10 टीमें तैनात
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में बारिश का मंगलवार के लिए अपडेट जारी किया है. विभाग के  अनुसार, राज्य में आज भारी बारिश होने के साथ-साथ बाढ़ की भी आशंका है. सुरक्षादृष्टि से एनडीआरएफ की 10 टीमें तैनात कर दी गई हैं. फिलहाल लोग जहां-जहां फंसे हैं उन्हें रात-दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बचाया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. 

उत्तराखंड में भूस्खलन से 6 की मौत
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश के कारण अलग-अलग भूस्खलन की घटनाओं में तीन नेपाली नागरिकों और कानपुर के एक पर्यटक सहित छह लोगों की मौत हो गई. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के अनुसार, सोमवार को बारिश से संबंधित सबसे भीषण दुर्घटना हुई जहां एक निर्माणाधीन होटल के स्थल पर भूस्खलन के बाद पौड़ी जिले में 2 महिलाओं और एक बच्चे सहित नेपाल के तीन लोगों  की मौत हो गई. 

कुमाऊं में सबसे अधिक मौसम की मार
मौसम की मार सबसे अधिक कुमाऊं जिले में पड़ी है जहां सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है. यहां की अधिकांश झील, नदी और नाले उफान पर है. इस वजह से कई मार्गों को बंद कर दिया गया है. हालांकि गढ़वाल में फिलहाल बारिश नहीं हो रही है. हालांकि मौसम विभाग ने एक बार फिर अलर्ट जारी किया है. आगे की चारधाम यात्रा भी मौसम का मिजाज देख कर ही संचालित की जाएगी. 

10 हजार श्रद्धालु यात्रा पड़ावों पर अटके 
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर गए लगभग 10 हजार श्रद्धालु यात्रा पड़ावों पर रुके हुए हैं. हजारों श्रद्धालु वापसी के लिए सही मौसम होने का इंतजार कर रहे हैं. बदरीनाथ व केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए कई यात्री बिना दर्शन किए वापस लौट रहे हैं. वहीं उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित समस्त तहसील क्षेत्रों में हल्के बादल छाए है. जबकि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्वारीगाड, हर्षिल में मलवा आने के कारण अवरुद्ध है. फिलहाल बीआरओ अवरुद्ध मार्ग को खोलने में जुटा है.

रामनगर में नदी-नाले उफान पर 
रामनगर में भारी बारिश से यहां के नदी-नाले उफान पर है. जगह-जगह पानी भर जाने से कई सड़कें अभी भी बंद है. पौड़ी गढ़वाल को जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 309 धनगढ़ी नाले में बाढ़ से बंद है. कॉर्बेट पार्क घूमने आए कई सैलानियों और स्थानीय लोगों की कारें भी बाढ़ में बह गई हैं. जगह-जगह से बरसाती नालों में कारें बहने की खबरें हैं. 

https://www.newsnationtv.com/videos/news/heavy-rain-wreaks-havoc-in-uttarakhand-car-stuck-in-river-in-bageshwar-72314.html

सीएम ने राज्य आपदा कंट्रोल रूम से जानकारी ली
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही वर्षा की जानकारी ली. उन्होंने राष्ट्रीय राजमर्गों एवं अन्य संपर्क मार्गों की जानकारी भी ली. जिलाधिकारी पौड़ी एवं जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से मुख्यमंत्री ने फोन से वार्ता कर ताजा अपडेट लिया. मुख्यमंत्री लगातार सभी जिलाधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं.


बाबा नीम करोली धाम में भी नदी का जलस्तर बढ़ा
विश्व प्रसिद्ध नीम करोली धाम में नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. वहीं नैनीताल जनपद के रामगढ़ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर है. कई जगह ग्रामीण मोटर मार्ग भी टूट चुके हैं. वहीं हल्द्वानी के गोला नदी पुल टूटने से संपर्क टूट गया है. इस पुल का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पुल टूटता हुआ दिख रहा है.


नैनीताल में देर रात झील का पानी माल रोड पहुंचा
रात भर की बारिश के चलते मंगलवार सुबह नैनीताल के तल्लीताल क्षेत्र में सड़क से निचले इलाकों को पानी घुस आया है. सड़कों पर पानी बहता नजर आ रहा है. वहीं पिथौरागढ़ के धारचूला में भारत और नेपाल के बीच में बहने वाली महाकाली नदी भी रौद्र रूप में है. पानी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जबकि चंपावत में एक निर्माणाधीन पुल जल स्तर में वृद्धि के कारण बह गया. वहीं चमोली क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे इसके जल स्तर में वृद्धि हो रही है.


पहाड़ी इलाकों में बारिश का कहर
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश कहर बनकर बरस रही है. मंगलवार सुबह अल्मोड़ा के भिकियासैंण में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया. इस दौरान दो बच्चे मलबे में दब गए. जानकारी मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया. उधर, बाजपुर में लेवड़ा नदी उफान पर आ गई. जिससे मुख्य बाजार और कॉलोनियों में बाढ़ का पानी भर गया.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही है कोसी नदी

कोसी नदी में पानी बढ़ने से रामनगर के गर्जिया मंदिर को खतरा पैदा हो गया है. पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है. वहीं बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं. कोसी बैराज पर कोसी नदी का जलस्तर 139000 क्यूसेक है जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है. 

बीआरओ ने नाले में फंसी कार को बचाया
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास उफनते लामबगड नाले में फंसी एक कार में सवार लोगों को बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने सुरक्षित बचा लिया. वहीं एसडीआरएफ और पुलिस ने केदारनाथ मंदिर से लौटते समय लगातार बारिश के बीच जंगल चट्टी में फंसे करीब 22 श्रद्धालुओं को बचाया. उन्हें गौरी कुंड में शिफ्ट कर दिया गया. वहीं चलने में कठिनाई का सामना कर रहे 55 वर्षीय एक भक्त को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.

अल्मोड़ा में 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश
अल्मोड़ा जनपद में विगत 36 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से मकान टूटने और मार्ग अवरुद्ध होने की घटनाएं सामने आ रही है. बारिश के कारण जनपद में दो अलग अलग-घटनाओं में मकान टूटने से तीन बच्चों की दबकर मौत हो चुकी है. वहीं एक व्यक्ति लापता तो एक महिला घायल हुए हैं. बारिश के कारण जिले का अन्य जिलों से संपर्क पूरी तरह कट चुका है. जिले के अधिकांश मार्ग मलबा आने से बंद हो चुके है. वहीं एक अन्य घटना में अल्मोड़ा नगर के हीरा डूंगरी में सामने आई है. जहां हीराडूंगरी निवासी त्रिलोक सिंह के मकान में देर रात दो बजे मलवा आने से उनकी पत्नी रेखा और 14 वर्षीय उनकी बेटी रोमा सिंह दब गई. दोनो को रेस्क्यू कर मलबे से निकला गया, जिसमें उनकी 14 वर्षीय बेटी रोमा की मौत हो गई.