Kedarnath Dham Yatra: केदारनाथ में बड़ा हदासा, खाई में गिरने से दो श्रद्धालुओं की मौत, 3 जख्मी

Kedarnath Dham Yatra: केदारनाथ धाम यात्रा के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल बाबा के दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं के खाई में गिरने से मौत हो गई है.

Kedarnath Dham Yatra: केदारनाथ धाम यात्रा के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल बाबा के दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं के खाई में गिरने से मौत हो गई है.

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Dheeraj Sharma
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Kedarnath Yatra 2025 Accident

Kedarnath Dham Yatra: देवभूमि उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां केदारनाथ यात्रा के दौरान बड़ा हादसा हो गया है. इस हादसे में दो श्रद्धालुओं के मारे जाने की भी खबर मिली है.  उत्तराखंड की पवित्र केदारनाथ यात्रा एक बार फिर हादसे का शिकार हो गई है. ताजा जानकारी के अनुसार, 18 जून, बुधवार को सुबह करीब 12 बजे, गौरीकुंड और रामबाड़ा के बीच स्थित जंगल चट्टी में पोल नंबर 153 के पास यात्रियों के एक समूह के साथ बड़ा हादसा हो गया. कुछ श्रद्धालु अचानक संतुलन खोकर खाई में गिर गए, जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. यही नहीं इस हादसे में एक व्यक्ति अभी भी तलाश की जा रही है. 

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घटना की जानकारी और रेस्क्यू ऑपरेशन

जैसे ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस हादसे की जानकारी मिली, डीडीआरएफ (DDRF) की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया. जंगल चट्टी एक दुर्गम क्षेत्र है, जहां पहुंचना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन फिर भी राहत दल ने समय रहते पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.

टीम ने अब तक दो अज्ञात शवों को खाई से बाहर निकाल लिया है और एक घायल को कंडी की सहायता से गौरीकुंड भेजा गया है. बाकी घायलों और लापता व्यक्ति की खोज के लिए टीम खाई के भीतर गहराई में उतर चुकी है.

लगातार हो रहे हादसे चिंता का विषय

इससे पहले भी 15 जून, रविवार को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर एक हादसा हुआ था, जब भारी बारिश के कारण बरसाती नाले में अचानक मलबा आ गया था. उस घटना में एक श्रद्धालु की जान चली गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे. मलबे के कारण रास्ता अवरुद्ध हो गया था, जिसके चलते यात्रा को सोनप्रयाग से आगे के लिए अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था.

हालांकि प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए 17 जून को मार्ग को साफ कर यात्रा को पुनः बहाल कर दिया था, लेकिन एक दिन बाद ही फिर से हादसा होना यह दिखाता है कि यात्रा मार्ग अभी भी सुरक्षित नहीं है.

प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती

लगातार हो रहे हादसों से साफ है कि प्रशासन को अब इस पर गहराई से विचार करना होगा. खतरनाक और फिसलन भरे स्थानों पर अतिरिक्त बैरिकेडिंग, चेतावनी बोर्ड, और निगरानी कैमरों की जरूरत है. साथ ही, खराब मौसम की स्थिति में यात्रियों को सावधानी बरतने और यात्रा रोकने की सलाह दी जानी चाहिए.

श्रद्धालुओं के लिए सलाह

केदारनाथ जैसे दुर्गम क्षेत्रों की यात्रा करते समय श्रद्धालुओं को हमेशा गाइड की सहायता, सही ट्रैकिंग गियर, और मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा शुरू करनी चाहिए. प्रशासन की चेतावनियों और निर्देशों का पालन करके ही ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है.

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