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कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार की बैठक, CM धामी ने कहीं ये बातें

सावन शुरू होने में अब बस चंद दिन बाकी है. ऐसे में शिवभक्तों के लिए कावंड़ यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. दरअसल, उत्तराखंड सरकार की तरफ से अभी तक कांवड़ यात्रा पर रुख साफ नहीं हो पाया है.

Updated on: 09 Jul 2021, 12:01 PM

देहरादून:

सावन शुरू होने में अब बस चंद दिन बाकी है. ऐसे में शिवभक्तों के लिए कावंड़ यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. दरअसल, उत्तराखंड सरकार की तरफ से अभी तक कांवड़ यात्रा पर रुख साफ नहीं हो पाया है. कांवड़ा यात्रा के आयोजन को लेकर उत्तराखंड सरकार की बैठक जारी है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस साल होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर  राज्‍य सचिवालय में उच्‍चाधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की है. बताया जा रहा है कि कड़ी सुरक्षा और शर्तों के साथ कांवड़ यात्रा का आयोजन हो सकता है. सीएम धामी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों के साथ सभी पहलुओं पर चर्चा की जाए और उसके बाद ही अधिकारी इस बाबत कोई फैसला लें. बता दें कि उत्तराखंड ने 30 जून को इस साल कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने की बात कही थी, लेकिन पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश ने इस यात्रा को करवाने की मंज़ूरी दे दी.

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यूपी में कांवड़ यात्रा सुचारू ढंग से चलाने के सीएम ने दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के माह में होने वाली कांवड़ यात्रा को सुचारु रूप से पूरा करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को प्रदेश में कांवड़ यात्रा को सफल बनाने का निर्देश दिया है. इस बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड व बिहार से बात कर संवाद स्थापित कर कांवड़ यात्रा को पूरा किया जाए. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह पालन किया जाए.

उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि 25 जुलाई से शिवभक्तों की परंपरागत कांवड़ यात्रा प्रारंभ हो रही है. श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उत्तराखंड और बिहार आदि राज्यों में जलाभिषेक के लिए जाती है. कोविड काल को ध्यान में रखते हुए संबंधित राज्यों से संवाद कर यात्रा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं.

बता दें कि कि बीते वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. इस बार सरकार बीते वर्ष की कमी को पूरा करने की तैयारी में लगी है.

इस बार कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू होकर अगस्त के तीसरे हफ्ते तक चलेगी. इसको सफल बनाने की योजना के निर्देश भी जारी किया गया है. कोरोना वायरस संक्रमण काल में हो रही कांवड़ यात्रा को बिल्कुल सुरक्षित ढंग से कराने की भी योजना को अंतिम रूप दिया गया है.

कोविड काल को ध्यान में रखते हुए कांवड़ यात्रा को सुचारू रूप से चलाया जाए. शिवभक्तों की परंपरागत कांवड़ यात्रा 25 से शुरू होगी. सभी कांवड़ मार्ग को दुरुस्त कर लें. रास्ते में शिवभक्तों के रुकने की व्यवस्था के साथ ही इनकी चिकित्सा के इंतजाम को भी परख लें. योगी आदित्यनाथ सरकार हर वर्ष कांवड़ यात्रा के लिए विशेष इंतजाम भी करती रही है. प्रदेश में उनके स्वागत में कई जगह हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा आदि भी की जाती है.

उत्तराखंड में इस वर्ष भी कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित करने का ऐलान किया गया है. बीते दिनों उत्तराखंड के डीजीपी ने आठ राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि यात्रा पर प्रतिबंध है, ऐसे में यहां जो भी आएगा, हो सकता है उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया जाए. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों के लिए भी यात्रा प्रतिबंधित रहेगी.