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Joshimath Crisis( Photo Credit : File Photo)
Joshimath Land Subsidence Update : उत्तराखंड के चमोली में स्थित जोशीमठ में भू-धंसाव की वजह दहशत का माहौल है. लोगों को अपनी जान खतरा सता रहा है. चमोली जिला प्रशासन के अनुसार, जोशीमठ के 9 वार्डों में अबतक 678 घरों में आई दरारों को चिन्हित किया गया है. साथ ही 81 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. इस बीच जोशीमठ संकट (Joshimath Land Subsidence) को लेकर आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.
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रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि जोशीगठ(Joshimath Land Subsidence) में जमीन धंसने से परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. इनमें से 38 परिवार किराए के मकान पर रहे हैं, उन्हें शासन से किराया दिया जा रहा है. साथ ही आवास विकास विभाग को जोशीमठ के मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जोशीमठ के नीचे नदी से हो रहे कटाव को बचाने के लिए कार्य करने को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि विस्थापन के लिए एसीएस वित्त की अध्यक्षता में कमेठी बनाई जाएगी. अब रोजाना मुख्य सचिव जोशीमठ के मामलों (Joshimath Land Subsidence) की समीक्षा करेंगे और राहत-बचाव कार्यों के दिशा निर्देश देंगे. इसे लेकर जनता में आक्रोश देखने को मिल रहा है. जोशीमठ की घटना को लेकर अभी तक कोई भी कोई आधुनिक सर्वे या जांच नहीं हुई है. यहां राहत कार्यों के चलते कोई भी निर्माण कार्य नहीं होगा.
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आपदा प्रबंधन ने कहा कि हमें दो चीजें तत्काल चाहिए. चिन्हित भूमि के जियोलॉजिकल रिपोर्ट, जिससे वहां पर प्रभावित परिवारों को विस्थापित किया जा सके. हालांकि, पिछले 48 घंटे में दरारों में कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं हुई है. घरों में आई दरारों को लेकर अब भी जांच चल रही है. आईआईटी रुड़की जियोटेक्निकल स्टडी करेगी और वाडिया इंस्टीट्यूट से सिस्मिक टेस्ट करेगा. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी हाइड्रोलॉजिकल टेस्ट करेगा. सभी से एक महीने के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है.
उन्होंने आगे कहा कि होटल मलारी इन और होटल मांउट व्यू को ध्वस्त किया जाएगा. आपदा की जद में ये दोनों होटल आए हैं. चमोली के आसपास कोटी कालोनी में विस्थापितों को शिफ्ट भी किया जाएगा. सरकार ने जोशीमठ के हर वार्ड में अधिकारी नियुक्त किए हैं. गोचर ओर पीपलकोटी में जमीन की तलाश की गई, जहां लोग विस्थापित किए जाएंगे. पहले तलाश की गई जमीन का सर्वे होगा. जोशीमठ मामले पर जल्द ही आपदा बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया है.
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उन्होंने आगे कहा कि जोशीमठ की जेपी कॉलोनी में आ रहे सिल्ट की जांच होगी. जांच में पता चलेगा कि पानी टनल का है या जमीन के स्त्रोत का. जोशीमठ में तैनात अधिकारियों के नंबर भी सार्वजनिक किए गए हैं. अधिकारियों को जोशीमठ में तैनात किया जाएगा. कैबिनेट की बैठक में प्रभावित लोगों की राहत राशि बढ़ाने पर पुनर्विचार होगा.