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20 लाख प्रवासी श्रमिकों की चुनौती को अवसर में बदलने में जुटी योगी सरकार, बनाई ये योजना

पिछले तीन दिनों में 80 ट्रेनों से यूपी पहुंच चुके हैं. करीब सवा लाख प्रवासी श्रमिक योगी सरकार ने सबसे पहले श्रमिकों कामगारों को लाना शुरू किया था और अब तक सबसे ज्यादा लोगों को सुरक्षित ला चुकी है.

Updated on: 09 May 2020, 12:15 PM

लखनऊ:

20 लाख प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की चुनौती को अवसर में बदलने में योगी सरकार (Yogi adityanath) जुटी. श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के साथ ही लेबर रिफार्म कानून के जरिए गांवों व कस्बों में ही नौकरियां देने की योजना बनाई. सीएम योगी आज इसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर टीम–11 के साथ बैठक कर रहे हैं. बैठक में बाहर से आ रहे 20 लाख प्रवासी श्रमिकों का क्वारंटीन सेंटरों में ही तेजी से स्किलिंग डाटा (Skilling Data) तैयार करने के निर्देश दिए हैं. अब तक 8 लाख प्रवासी श्रमिक यूपी पहुंच चुके हैं. पिछले तीन दिनों में 80 ट्रेनों से यूपी पहुंच चुके हैं. करीब सवा लाख प्रवासी श्रमिक योगी सरकार ने सबसे पहले श्रमिकों कामगारों को लाना शुरू किया था और अब तक सबसे ज्यादा लोगों को सुरक्षित ला चुकी है.

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विदेशों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को भी आज शारजाह से लेकर पहली फ्लाइट लखनऊ पहुंचेगी

अभी और 35 ट्रेनें आज प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लेकर यूपी पहुंच रही हैं. प्रतिदिन 35 से 40 ट्रेनों से प्रवासी श्रमिक यूपी पहुंचेंगे. सीएम योगी ने सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के साथ ही पूरी मदद के निर्देश दिए. विदेशों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को भी आज शारजाह से लेकर पहली फ्लाइट लखनऊ पहुंचेगी. इस जहाज में यूपी के विभिन्न क्षेत्रों के वे कामगार और श्रमिक मौजूद हैं, जो रोजगार के लिए खाड़ी देश गए थे. सभी प्रवासी श्रमिकों को सरकारी क्वारंटीन सेंटरों में स्वास्थ्य जांच के पश्चात राशन पैकेट व भरण पोषण भत्ता देकर होम क्वारंटीन में योगी सरकार भेज रही है. आनंद बिहार बस स्टेशन पर बसें भेज कर अपने कामगारों व श्रमिकों की सम्मानजनक वापसी के लिए सबसे पहले योगी सरकार आगे आई थी.

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कोविड अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा जा रहा 

क्वारंटीन पीरियड पूरा होते ही सरकार कर रही है उनके रोजगार और नौकरी की व्यवस्था. मनरेगा, ईंट भट्ठों के अलावा चीनी मिलों और एमएसएमई सेक्टरों में दिया जा रहा है रोजगार. जिनमें बीमारी के थोड़े भी लक्षण हैं उन्हें कोविड अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा जा रहा है. कल राजस्थान से नौ हजार प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लाया गया. हरियाणा से तीस हजार प्रवासी कामगार व श्रमिक राज्य परिवहन निगम की बसों से आ रहे हैं. सबको नौकरी देने के लिए लेबर रिफार्म कानून योगी सरकार ला रही है. लेबर रिफार्म से होगा प्रवासी श्रमिकों को बड़ा फायदा. रोजगार सृजन की व्यापक संभावनाएं बढेंगी. तेजी से दौड़ेगी यूपी की अर्थव्यवस्था भी. लेबर रिफार्म में हर श्रमिक को नौकरी के साथ ही न्यूनतम 15 हजार रुपये वेतन की गारंटी. उसके काम के घंटों की गारंटी.

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श्रमिकों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से भी नौकरी पैदा करने की रणनीति

सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी. महिला श्रमिकों के लिए महिला सुरक्षा कानून के तहत सुरक्षा की गारंटी. नई इकाइयों के साथ ही पुरानी इकाइयों में भी नई भर्तियों में लागू होगा. रेडिमेड गार्मेंट के कारोबार के साथ ही साथ इत्र, धूप बत्ती, अगरबत्ती, एग्री प्रोडक्ट्स, फूड पैकेजिंग और गौ आधारित कृषि के उत्पादों, फूल आधारित उत्पादों, कंपोस्ट खाद आदि के कारोबार पर रणनीति बनाने में योगी सरकार जुटी है. श्रमिकों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से भी नौकरी पैदा करने की रणनीति बनाई है. योगी सरकार का फोकस रेडीमेड गार्मेंट के साथ ही तमाम उद्योगों का हब बनाने पर है. चीन के बड़े उद्यमों के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश को बांग्लादेश, वियतनाम जैसे देशों की तुलना में बेहतर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों का बड़ा हब बनाने में योगी सरकार जुटी है.