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योगी सरकार लाई आवासहीन प्रवासियों को घर की योजना, पंजीकरण शुरू

आवासहीन प्रवासियों को योगी सरकार आवास प्लस योजना में प्राथमिकता के आधार पर घर उपलब्ध कराएगी. यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के प्रवासियों के लिए लागू होगी. इस योजना के लिए गांव में पंजीकरण शुरू हो गया है.

Updated on: 27 May 2020, 04:17 PM

लखनऊ:

कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण लगे लॉकडाउन (Lockdown) में प्रवासी मजदूर (Migrant Labor) अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. उनके सामने रोजी रोटी के संकट के साथ ही रहने की समस्या आ खड़ी हुई है. आवासहीन प्रवासियों को योगी सरकार आवास प्लस योजना में प्राथमिकता के आधार पर घर उपलब्ध कराएगी. यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के प्रवासियों के लिए लागू होगी. इस योजना के लिए गांव में पंजीकरण शुरू हो गया है.

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25 लाख प्रवासी लौटे यूपी
लॉकडाउन के बाद से अब देश के विभिन्न राज्यों में फंसे 25 लाख से अधिक प्रवासी मजूदर उत्तर प्रदेश वापस लौट चुके हैं. इनमें सबसे बड़ी संख्या ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की है. जानकारी के मुताबिक अब तक जो मजदूर वापस लौटे हैं उनमें 75 फीसद ग्रामीण हैं. इन लोगों के पास अब रहने का कोई ठिकाना नहीं है.

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गांव को लौट रहे ये मजदूर अब या तो गांव में किराए के घर पर रहने को मजबूर हैं या कच्चा मकान बनाकर रह रहे हैं. इस मामले में ग्राम्य विकास आयुक्त के. रवींद्र नाईक ने बताया कि जिन आवासहीन प्रवासियों ने आवास प्लस योजना में पंजीकरण कराया है उन्हें आवास उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक इस योजना के लिए 54 लाख 31 हजार परिवार पंजीकरण करा चुके हैं.