Advertisment

विकास दुबे के करीब पहुंची UP पुलिस, 24 घंटे में आ सकता है बड़ा रिजल्ट; जानें कैसे

गैंगस्टर विकास दुबे पर उत्तर प्रदेश प्रशासन का शिकंजा अब बढ़ता जा रहा है. इसी मामले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि अगले 24 घंटों में विकास दुबे यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ सकता है.

author-image
Yogendra Mishra
एडिट
New Update
Vikas dubey

विकास दुबे( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

गैंगस्टर विकास दुबे पर उत्तर प्रदेश प्रशासन का शिकंजा अब बढ़ता जा रहा है. इसी मामले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि अगले 24 घंटों में विकास दुबे यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ सकता है. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है. सूत्र से जानकारी मिली है कि 24 घंटे में विकास दुबे के मामले में एक बड़ा रिजल्ट आ सकता है.

लखनऊ का घर गिराने की तैयारी

गैंगस्टर विकास दुबे पर लगातार उत्तर प्रदेश सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है. मंगलवार को लखनऊ प्रशासन की टीम विकास दुबे के घर पर पहुंची. विकास दुबे का कानपुर का घर ढहाया जा चुका है. ऐसे में अब लखनऊ का घर भी ढहाया जा सकता है. लखनऊ के कृष्णानगर के इंद्रलोक में विकास दुबे का घर है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की टीम उसके घर का मुआयना कर चुकी है.

यह भी पढ़ें- बिहार DGP ने दिया फरार विकास दुबे को चैलेंज, लेकिन सूबे के अपराधियों ने दिखाया प्रदेश पुलिस को आइना

एलडीए की टीम ने विकास दुबे के घर पर नोटिस चस्पा किया है. इस नोटिस में विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे को घर का नक्शा पेश करने को कहा गया है. मकान को गिराने की प्रक्रिया पर काम जारी है. मालिकाना हक, नक्शा, दस्तावेज जांच की गई. लखनऊ विकास प्राधिकरण की शुरुआती जांच में विकास के मकान को लेकर काफी कुछ गड़बड़ मिला है.

चौबेपुर के पूर्व SO गिरफ्तार

कानपुर में 2-3 जुलाई की मध्य रात्रि को हुए पुलिस टीम के हमले में विकास दुबे अब भी गिरफ्तार नहीं हुआ है. लेकिन चौबेपुर थाने के पूर्व एसएचओ विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके साथ ही बीट प्रभारी केके शर्मा भी गिरफ्तार किए गए. यूपी एसटीएफ ने अभी तक विनय तिवारी को हिरासत में ले रखा था. चौबेपुर थानांतर्गत ही बिकरू गांव आता है.

यह भी पढ़ें- विकास दुबे का राइट हैंड था एनकाउंटर में ढेर अमर दुबे, 9 दिन पहले ही रचाई थी शादी

गैंगस्टर विकास दुबे को बचाने में चौबेपुर थाने के इंस्पेक्टर विनय तिवारी तता अन्य पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के आरोप लगने के बाद इसकी जांच के आदेश दिए गए थे. शुरुआती जांच में यह सही पाया गया. जांच में पता चला है कि थाने में तैनात कई उपनिरीक्षक, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल हिस्ट्रीशीटर दुबे की मुखबिरी कर रहे थे.

Source : News Nation Bureau

Vikas Dubey Kanpur encounterer up-police
Advertisment
Advertisment
Advertisment