Varanasi: वाराणसी में महाकुंभ के चलते लाखों श्रद्धालु रोजाना आ रहे हैं और महाशिवरात्रि के अवसर पर यह संख्या कई गुना बढ़ गई है. इस विशाल जनसमूह के बीच कई लोग अपनों से बिछड़ जाते हैं, जिससे उनके परिजन घबरा जाते हैं. ऐसे में वाराणसी पुलिस ने एक विशेष व्यवस्था की है, जिससे बिछड़े हुए लोगों को उनके परिवार से मिलाने में मदद मिल रही है. महाकुंभ जब से शुरू हुआ है तब से अब तक वाराणसी की दो महिला कॉन्स्टेबल ने साढ़े चार हजार से अधिक बिछड़ों को अपनों से मिलवाया है.
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रंग ला रहा प्रयास
लाखों करोड़ों की भीड़ में अपने सगे संबंधियों से बिछड़े लोग जब अपनों से मिलते हैं तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता और काशी में सिर्फ दो महिला सिपाहियों ने साढ़े चार हजार बिछड़े लोगों को अपनों से मिलवाया है. वाराणसी के गोदौलिया स्थित नंदी चौराहे पर बनाए गए पुलिस सहायता केंद्र में दो महिला कॉन्स्टेबल दिन-रात सेवा में जुटी हुई हैं. इनका प्रयास रंग ला रहा है, क्योंकि जब से महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से अब तक यह केंद्र करीब साढ़े चार हजार से अधिक बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलवा चुका है.
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पुलिस को जनता का खूब आशीर्वाद
महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम, दशाश्वमेध घाट और अन्य प्रमुख स्थलों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. इस दौरान पुलिस लगातार लाउडस्पीकर और अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को सतर्क कर रही है और सहायता केंद्र पर सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई कर रही है.पुलिस के इस मानवीय पहल से श्रद्धालु बेहद खुश और राहत महसूस कर रहे हैं. इस पहल से पुलिस को जनता का खूब आशीर्वाद मिल रहा है और लोग उनकी इस सेवा की जमकर सराहना कर रहे हैं. वाराणसी पुलिस का यह सराहनीय प्रयास निश्चित ही महाकुंभ की शुरूआत से लेकर श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रहा है.