UP News: एक साथ कई निजी अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टरों पर लगेगी रोक, ये नया पोर्टल करेगा निगरानी

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार अब प्राइवेट अस्पतालों में एक साथ कई अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टरों पर लगाम कसने जा रही है. इसके लिए एक नया पोर्टल स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया है.

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार अब प्राइवेट अस्पतालों में एक साथ कई अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टरों पर लगाम कसने जा रही है. इसके लिए एक नया पोर्टल स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया है.

author-image
Yashodhan.Sharma
New Update
UP Private Hospital doctors

representational image Photograph: (news nation)

UP News: उत्तर प्रदेश में अब एक साथ कई निजी अस्पतालों में सेवा देने वाले डॉक्टरों पर रोक लगने वाली है . स्वास्थ्य विभाग ने एक नया पोर्टल तैयार किया है, जिससे यह पता चल सकेगा कि कोई डॉक्टर एक साथ कितने अस्पतालों में स्थायी रूप से तैनात है. इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि इसमें डॉक्टरों का एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) रजिस्ट्रेशन नंबर लिंक किया जाएगा.

Advertisment

ऐसे काम करेगा पोर्टल

अब हर निजी अस्पताल को अपने स्थायी चिकित्सकों का एमसीआई नंबर पोर्टल पर अनिवार्य रूप से दर्ज करना होगा. जैसे ही अस्पताल किसी डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर डालेगा, पोर्टल तुरंत जानकारी दे देगा कि उस नंबर का उपयोग और किन-किन अस्पतालों में किया जा रहा है. यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मिल रही थीं शिकायतें

स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि एक ही डॉक्टर के नाम का इस्तेमाल कई अस्पताल कर रहे हैं और मानकों को फर्जी तरीके से पूरा किया जा रहा है. आगरा, गाजियाबाद और कानपुर जैसे शहरों में ऐसे कई मामले सामने आए थे. इन्हीं शिकायतों के आधार पर विभाग ने इस तकनीकी समाधान को लागू किया है.

बढ़ सकती हैं छोटे अस्पतालों की मुश्किलें

इस नई व्यवस्था से छोटे अस्पतालों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि अब उन्हें असली डॉक्टरों की नियुक्ति करनी पड़ेगी. अब तक कुछ अस्पताल केवल नाम मात्र की राशि देकर डॉक्टरों का नाम अपने यहां दिखा देते थे. लेकिन अब इस व्यवस्था के बाद उन्हें पूरी सैलरी देनी होगी और सही तरीके से नियुक्ति करनी पड़ेगी.

भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश

हालांकि, सरकार ने सख्ती के साथ-साथ राहत भी दी है. अब निजी अस्पतालों को हर साल रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराने की आवश्यकता नहीं होगी. सरकार ने रिन्यूअल की अवधि बढ़ाकर पांच साल कर दी है. इससे सीएमओ कार्यालय के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी और भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा.

इनपर पोर्टल का नहीं पड़ेगा प्रभाव

जो डॉक्टर कंसल्टेंट के रूप में सेवाएं दे रहे हैं, उन पर इस पोर्टल का प्रभाव नहीं पड़ेगा. वे पहले की तरह कई अस्पतालों में सेवा दे सकेंगे. लेकिन अब उनकी जानकारी भी पारदर्शिता के साथ पोर्टल पर उपलब्ध होगी. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर के सीएमओ को यह नई व्यवस्था लागू करने के आदेश दे दिए गए हैं.

यह भी पढ़ें: UP News: स्कूलों में ड्रॉप आउट रोकने को लेकर सरकार सख्त , उठाए जाएंगे ये नए कदम

यह भी पढ़ें: UP News: टॉयलेट जाने के नाम पर पुलिस की गिरफ्त से भागा चोर, एसपी ने बताया अफवाह, ये है पूरा मामला

up-police UP Doctors uttar-pradesh-news up health department up news in hindi UP News Uttar Pradesh state news state News in Hindi
Advertisment