Kanwar Yatra: सावन का महीना आने वाला है. सावन के साथ-साथ कावंड़ यात्रा भी शुरू होने वाली है. कावंड़ के दौरान, उत्तर प्रदेश सरकार ने यात्रा रूट पर पड़ने वाली दुकानों को मालिक का असली नाम लिखने का आदेश जारी किया है. उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले की आलोचना हो रही है. हालांकि, अब उत्तरप्रदेश के एक मौलाना योगी सरकार के समर्थन में उतर आएं हैं. उन्होंने कहा कि ये अच्छा कदम है, किसी भी व्यक्ति को अपनी असल पहचान छिपाकर व्यापार नहीं करना चाहिए. मैं सरकार के फैसले का समर्थन करता हूं.
कोई आस्था को चोट पहुंचाए तो सख्त कार्रवाई जरूरी है
अलीगढ़ के मौलाना इफ्राहिम हुसैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जो निर्देश जारी किए हैं, मैं उसका समर्थन करता हूं. ये बहुत ही अच्छा कदम है. किसी भी व्यक्ति को अपना धर्म और नाम छिपाकर व्यापार नहीं करना चाहिए. मौलाना ने कहा कि नाम बदलकर असली पहचान उजागर हो रही है, ये ठीक है. हालांकि, अगर कोई नाम बदलकर गलत काम करता है या फिर आस्था को चोट पहुंचाता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. हमारी मांग है कि ऐसे लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार को कानूनी कार्रवाई करना चाहिए.
ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए
मौलाना ने आगे कहा कि भारत में हर किसी को व्यापार करने की आजादी है. किसी को भी अपनी पहचान नहीं छिपानी चाहिए. कोई व्यक्ति अगर अपनी पहचान के साथ काम करता है तो देश में किसी को भी आपत्ति नहीं होगी. अगर नाम और धर्म के आधार पर कोई आपत्ति जताता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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मीट की दुकानें भी बंद रह सकती है
बता दें, कावंड़ मार्ग पर असली नाम लिखने के साथ-साथ सरकार ने मीट की दुकानों को भी बंद करने के निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कांवड़ यात्रा एक धार्मिक यात्रा है. ऐसे आयोजनों के दौरान, दुकानदार को अपना असली नाम लिखने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये एक धार्मिक यात्रा है और अगर मीट की दुकानें खुली रहती हैं तो अजीब सा लग सकता है. इसलिए मीट की दुकानों को बंद रखना आवश्यक है.