/newsnation/media/post_attachments/images/2020/10/20/hathrasaccused-93.jpg)
Hathras case ( Photo Credit : (सांकेतिक चित्र))
उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में हर दिन नए खुलासा सामने आ रहा है. सीबीआई इस मामले की हर पहलू के जांच में जुटी हुई है. इसी दौरान उनके हाथ एक बड़ा सबूत लगा है, जिसके बाद पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है. दरअसल, सीबीआई के हाथ इस मामले के आरोपियों में से एक की हाईस्कूल मार्कशीट आई है. मार्कशीट के मुताबिक, जेल में बंद एक आरोपी नाबालिग है.
और पढ़ें: हाथरस कांड: CBI ने अपना कैंप ऑफिस कृषि विभाग से PWD किया शिफ्ट
इसके बाद अब पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि कानून के मुताबिक, आरोपी को जेल की जगह बाल सुधार गृह भेजा जाना चाहिए था. इसके साथ ही आरोपी की पहचान भी सबसे सामने ला दी गई. बता दें कि हाथरस में दलित युवती से कथित दौर पर गैंगरेप के आरोप में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. फिलहाल सभी आरोपी जेल में बंद है.
बता दें कि सीबीआई आरोपियों के घर पूछताछ करने के लिए पहुंची थी,जहां उन्हें एक आरोपी की मार्कशीट मिली. इस मार्कशीट के अनुसार आरोपी नाबालिग है. इसके बाद सीबीआई ने निलंबित पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की. सोमवार देर रात तक सीबीआई की टीम ने कोतवाली चंदपा में सस्पेंड किए गए सीओ रामशब्द, इंस्पेक्टर डीके वर्मा और हेड मोहर्रर महेश पाल से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की.
ये भी पढ़ें: हाथरस केस: चश्मदीद का दावा- लड़की खेत में घायल पड़ी थी और वहां खड़े थे मां और भाई
वहीं हाथरस में मौजूद सीबीआई की टीम मंगलवार को अलीगढ़ का दौरा कर सकती है. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने आरोपियों से जेल में सोमवार को गहन पूछताछ की थी. वहीं, 3 दिन ग्रेस पीरियड के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानि एसआईटी की रिपोर्ट मंगलवार गृह मंत्रालय में दी जा सकती है, जिसके आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन लेंगे. इससे पहले भी एसआईटी की प्राइमाफेसी रिपोर्ट के आधार पर 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. एसआईटी जांच को आधार बनाकर ही लखनऊ बेंच इलाहाबाद हाईकोर्ट और सर्वोच्च न्यायालय में यूपी सरकार अपना पक्ष रखेगी.
Source : News Nation Bureau
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us