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उलेमा बोले- मस्‍जिदों का सैनिटाइजेशन हराम, बीजेपी के मंत्री ने कहा- पता नहीं कौन सा इस्लाम पढ़कर आए हैं

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच उलेमा के बयान ने नया विवाद पैदा कर दिया है. उलेमा ने कहा है कि मस्‍जिदों का सैनिटाइजेशन कराना इस्‍लाम में हराम हैं. बरेली, सहारनपुर और अमरोहा के उलेमा का कहना हे कि हम मस्‍जिदों में सैनिटाइजेशन नहीं कराएंगे.

Updated on: 11 Jun 2020, 02:04 PM

लखनऊ:

कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण के बीच उलेमा के बयान ने नया विवाद पैदा कर दिया है. उलेमा ने कहा है कि मस्‍जिदों का सैनिटाइजेशन कराना इस्‍लाम में हराम हैं. बरेली, सहारनपुर और अमरोहा के उलेमा का कहना हे कि हम मस्‍जिदों में सैनिटाइजेशन नहीं कराएंगे, क्‍योंकि यह इस्‍लाम में हराम है. उलेमा का यह बयान जहां सुर्खियां बटोर रहा है, वहीं उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि पता नहीं ये उलेमा कौन सा इस्‍लाम पढ़कर आए हैं.

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कोरोना काल में एक तरफ़ सरकार से लेकर आम आदमी, सभी सुरक्षा के तमाम उपाय अपना रहे हैं, वहीं मस्जिद को सैनेटाइज करने को लेकर उलेमा की ओर से दिए गए बयान ने नए विवाद को हवा दे दी है. मौलानाओं ने सैनिटाइजर को हराम बताते हुए मस्जिद को सैनेटाइज कराने से मना कर दिया है. सहारनपुर, बरेली और अमरोहा के उलेमा का कहना है कि सैनिटाइजर हराम है.

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इस बारे में जब उत्‍तर प्रदेश सरकार में मंत्री मोहसिन रजा से बात की गई तो उन्‍होंने उलेमा की सोच को बकवास बताते हुए कहा, इस्लाम में जान बचाने के सारे तरीके जायज हैं. ये उलेमा और मौलाना न जाने कौन सा इस्लाम पढ़कर आए हैं. अपनी इस तरह की हरकतों से ऐसे लोग पूरे कौम को बदनाम कर रहे हैं.