जिले में छठवें चरण के चुनाव के लिए नामांकन का कार्य पूर हो चुका है. 2017 के अपेक्षा इस बार उम्मीदवारों की संख्या में इजाफा हुआ है. 2017 में सातों विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर कुल 96 उम्मीदवार मैदान में थे.इस बार 122 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है.पिछले चुनाव में मुख्य लड़ाई में क्रमश: तीन ही उम्मीदवार रहे थे.इस तरह 73 उम्मीदवारों की जमानत राशि 7.30 लाख मानक से कम वोट मिलने के कारण जब्त हो गई थी.नियम यह है कि उम्मीदवार को मतदान के छठवें भाग का वोट मिलना चाहिए.ऐसा नहीं होने पर संबंधित उम्मीदवार की जमानत राशि जब्त कर ली जाती है.एक उम्मीदवार की जमानत राशि 10 हजार रुपये थी. इस चुनाव में 14 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 16 को नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की तस्वीर भी स्पष्ट हो जाएगी.
इस बार सबसे ज्यादा नामांकन बलिया नगर विधानसभा सीट पर तो सबसे कम बैरिया में हुआ है.बलिया नगर विधानसभा क्षेत्र से कुल 23 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है.बांसडीह से 22 रसड़ा से 19, सिकंदरपुर और फेफना से 17-17 और बिल्थरारोड से 14 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा है.बैरिया विधानसभा से मात्र 10 नामांकन हुए हैं.
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जिस विधान सभा क्षेत्रों में 15 से ज्यादा उम्मीदवार होंगे, वहां प्रशासन की परेशानी बढ़ेगी.सामान्य तौर पर एक ईवीएम की एक बैलेट यूनिट में 15 प्रत्याशियों और एक नोटा का बटन होता है.प्रत्याशियों की संख्या इससे अधिक होती है तो दूसरी बैलेट यूनिट लगानी पड़ सकती है.
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन हर तरह से तैयारी में जुटा हुआ है.सवाल चाहे सुरक्षा या फिर शतप्रतिशत मतदान का हो.रविवार को इसके मद्देनजर रसड़ा क्षेत्र के रेखहां गांव के प्राथमिक विद्यालय पर क्षेत्राधिकारी एसएन वैस व प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों की बैठक हुई.इसमें क्षेत्राधिकारी ने निर्भीक होकर मतदान करने का आह्वान किया.कहा कि शत प्रतिशत मतदान से ही योग्य जनप्रतिनिधि का चुनाव हो सकेगा.इस लिए आप स्वयं मतदान करें और दूसरों को भी जागरूक करें तभी लोकतंत्र सशक्त हो सकेगा.प्रभारी निरीक्षक ने सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि चुनाव में वे बिना किसी डर व भय के मतदान करें.इस मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.