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यूपी में 'रहस्यमयी बुखार' बना काल, मथुरा में CMO के पैरों गिरा बुजुर्ग  

उत्तर प्रदेश की राजधानी में भी वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ने लगा है. इस बीमारी से लखनऊ में रोजाना करीब 100 से अधिक बच्चे अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे हैं.

Updated on: 05 Sep 2021, 12:02 AM

highlights

  • मथुरा में रहस्मयी बुखार से 13 बच्चों और फिरोजाबद में 47 बच्चों की मौत
  • यूपी में 100 से अधिक बच्चों को मौत की नींद सुला चुका है रहस्यमयी बुखार
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिरोजाबाद जाकर कर चुके हैं स्थिति की समीक्षा

नई दिल्ली:

Mysterious fever : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में  फैले 'रहस्यमयी बुखार' ने  मथुरा के कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है. मथुरा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमे कोंह में 10 ,जचोदा में 2 और जनसुटी में एक मौत हुई है. मरने वालों में 10 बच्चे शामिल हैं. बच्चों की मौत से लोग डर कर गांव छोड़कर जा रहे हैं. मथुरा के फरह ब्लाक के ग्राम कोंह में 'रहस्यमयी बुखार' का इतना खौफ है कि गांव के अधिकांश परिवार अपने बच्चों को लेकर पलायन कर चुके हैं.  

इस बीच कोंह से एक तस्वीर सामने आई है, जिसने सबको भावुक कर दिया है. इस वायरल वीडियो में एक बुजुर्ग व्यक्ति सीएमओ के पैरों में गिरकर अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगा रहा है.  

उत्तर प्रदेश में ‘रहस्यमयी बुखार’ से अबतक 100 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के कई जिलों में पिछले एक सप्ताह से इस बुखार ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है. ‘रहस्यमयी बुखार’से प्रभावित जिलों में मथुरा, लखनऊ, आगरा,  मैनपुरी, एटा, कासगंज और फिरोजाबाद के नाम शामिल हैं.  प्रभावित जिलों में फिरोजाबाद और मथुरा का नाम सबसे ऊपर है. फिरोजाबाद  के कौशल्यानगर में बुखार से सबसे ज्यादा पीड़ित  बच्चे देखे गये. यहां 3 वयस्कों समेत  50 बच्चों की मौत हो चुकी है.  बुखार से प्रभावित फिरोजाबाद के अन्य मोहल्ले बिहारीपुरम, किशन नगर, आसफाबाद, जैन नगर, सत्यनगर टापा और सुदामानगर हैं. 

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फिरोजाबाद की वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ कहती हैं कि अस्पतालों में मरीजों, खासकर बच्चों की मौत बहुत तेजी से हो रही है. पिछले हफ्ते 32 बच्चों समेत 40 लोगों की मौत हुई है. हालांकि बच्चों की मौत की संख्या जारी आंकड़े से कहीं ज्यादा है. अपुष्ट सूत्रों के हवाले से कहा जाए तो यह संख्या 100 से ज्यादा बताई जा रही है. 

दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुदामानगर का दौरा किया था और अधिकारियों को निर्देश दिया था कि साफ-सफाई का खास ध्यान रखते हुए बीमार लोगों के इलाज की हरसंभव व्यवस्था की जाए.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजधानी में भी वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ने लगा है. इस बीमारी से लखनऊ में रोजाना करीब 100 से अधिक बच्चे अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे हैं. इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र फैजुल्लागंज है. शुक्रवार को यहां 20 बच्चे वायरल बुखार की चपेट में आए हैं. बलरामपुर अस्पताल में रोजाना 30 से अधिक बच्चे, सिविल अस्पताल में रोजाना 30 से 40 केस आ रहे हैं. लोकबंधु अस्पताल में रोजाना 50 से ज्यादा केस आ रहे हैं. बलरामपुर, सिविल, लोहिया, रानी लक्ष्मीबाई, भाऊराव देवरस समेत अन्य अस्पतालों की ओपीडी में भी बुखार के मरीजों के आने का सिलसिला जारी है.

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फिरोजाबाद और मथुरा में बुखार के बाद हुई बच्चों की मौत के मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार की टीम फिरोजोबाद के दौरे पर पहुंची है.  राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBCDP) के 5 विशेषज्ञों का दल फिरोजोबाद में विभिन्न तरह के नमूने ले रहा है.  रहस्यमयी बुखार के साथ ही उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू के मामले भी बढ़ रहे हैं.