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योगी सरकार ने धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का किया गठन

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का गठन किया है. शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्‍ताव को मंजूरी मिल गई.

Updated on: 12 Dec 2020, 02:47 PM

लखनऊ:

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का गठन किया है. शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्‍ताव को मंजूरी मिल गई. एक सरकारी प्रवक्‍ता के मुताबिक धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का मुख्‍यालय वाराणसी जिले के श्री काशी विश्‍वनाथ विशिष्‍ट क्षेत्र विकास परिषद द्वारा उपलब्‍ध कराये गये भवन में होगा. धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का उप कार्यालय कैलाश मानसरोवर भवन गाज़ियाबाद में होगा.

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प्रवक्‍ता के मुताबिक निदेशालय में निदेशक के अलावा संयुक्‍त निदेशक के दो पद सृजित होंगे. इनके अतिरिक्‍त लेखाधिकारी, कार्यालय अधीक्षक, स्टेनो-आशुलिपिक, स्थापना सहायक, कम्प्यूटर सहायक, ड्राइवर, अनुसेवक आदि पदों का सृजन किया जाएगा. उल्‍लेखनीय है कि धर्मार्थ कार्य विभाग का सृजन वर्ष 1985 में किया गया था और विभाग में अभी तक निदेशालय नहीं था, जिससे धर्मार्थ कार्य विभाग की योजनाओं, परियोजनाओं के संचालन में प्रशासनिक कठिनाई होती थी.

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दरअसल, देश के धर्म स्थलों के पुनरुत्थान के साथ ही साथ धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को नई पहचान दिलाने के लिए सीएम योगी ने दिए यूपी में धर्माथ कार्य विभाग का पहला निदेशालय बनाने के आदेश दिया हैं. जिसका निदेशालय का कार्यालय लखनऊ और गाजियाबाद में होगा.  2017 से पूर्व धर्मार्थ कार्य विभाग का बजट था मात्र 17 हजार रुपए, सीएम योगी ने 500 करोड़ का बजट का प्रवधान दिया है. काशी विश्वनाथ, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन समेत प्रदेश के सभी धार्मिक स्थानों के विकास लिए तेजी से कार्य निदेशालय करेगा.