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News State Conclave: स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना, मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करता है विपक्ष

कार्यक्रम में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि देश में अधिकांश पार्टियां मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं. मुसलमान भी समझदार है कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में हमारा विकास हो रहा है.

Updated on: 18 Aug 2021, 06:42 PM

highlights

  • स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना 
  • अधिकांश पार्टियां मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं - स्वतंत्र देव सिंह
  • योगी सरकार में जो दोषी है वो सजा जरूर भुगतेगा - स्वतंत्र देव सिंह

नई दिल्ली:

न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के द्वारा आयोजित खास शो 'शहर बनारस' में भारतीय जनता पार्टी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बातचीत के दौरान विपक्ष पर जुबानी हमला बोला है. स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए तीखा प्रहार किया है. उन्होंने अधिकांश राजनीतिक पार्टियों पर मुस्लिम तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया. कार्यक्रम में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि देश में अधिकांश पार्टियां मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं. मुसलमान भी समझदार है कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में हमारा विकास हो रहा है. अब कानून अपने हिसाब से काम कर रहा है. योगी सरकार में जो दोषी है वो सजा जरूर भुगतेगा. आपने गरीबों की संपत्ति जब्त की और इसकी लोगों को शिकायत की तो अब एक्शन हो रहा है. 

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दरअसल में उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच आरोप - प्रत्यारोप का खेल जारी है. राजनीतिक दलों के द्वारा जातिगत वोट बैंक को साधने की कोशिश अभी से जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उत्तर प्रदेश में 19 फीसदी मुस्लिम आबादी है. उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा शहर में ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो रिपोर्टस के मुताबिक यहां 16 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं वहीं शहरी क्षेत्रों में 32 फीसदी मुस्लिम मतदाता का बड़ा तबका रहता हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में यहां की मुस्लिम मतदाओं का बड़ा वोट बैंक सपा, कांग्रेस और बसपा के खाते में गया था. रिपोर्टस के मुताबिक 2014 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 66 फीसदी हिस्सा सपा और कांग्रेस के खाते में वोट किया था वहीं 21 फीसदी मुस्लिम वोटरों ने बसपा पक्ष में मतदान किया था. इसके अलावा बाद बाकी के मतदाताओं का वोट अन्य दलों को बीच बंट गया.  

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गौरतलब है कि भारत की सांस्कृतिक, अध्यात्मिक और ऐतिहासिक राजधानी के रुप में बनारस की पहचान है. वर्षों से बनारस शहर हिंदुओं के लिए आस्था का नगरी रहा है. इसी के साथ बनारस भारतीयों के लिए धर्म और आस्था का केंद्र रहा है. दुनिया भर में बनारस की एक अपनी अलग पहचान है. बनारस की तंग गलियों और मंदिरों के शहर के नाम से दुनिया भर में पहचान होती है. बता दें कि बनारस को धार्मिक कारणों से ही 'मिनी इंडिया' के तौर पर भी दुनिया भर में जाना जाता है. देश के कई राज्यों के लोग यहां आकर निवास करते हैं. बनारस शहर में सभी राज्यों के लोगों का बसा अलग-अलग बस्ती है. न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के खास शो Shahar Banaras में देखिए प्रदेश की राजनीति से जुड़ी वो हर बात. इस खास कार्यक्रम में हमारे साथ सांसद मनोज तिवारी, उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, यूपी कैबिनेट के मंत्री सतीश महाना, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शामिल होंगे. मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित होंगे.