Kanpur: देशभर में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में डॉग लवर्स को राहत देने वाला फैसला सुनाया, लेकिन इसके बाद भी इंसानों पर कुत्तों के हमले लगातार सामने आ रहे हैं. शहर हो या गांव, गली हो या सड़क, हर जगह इन कुत्तों का खौफ छाया हुआ है. ताजा घटनाएं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से सामने आई हैं, जिन्होंने लोगों की नींद उड़ा दी है.
कानपुर में छात्रा पर हमला
उत्तर प्रदेश के कानपुर के श्याम नगर इलाके में बीबीए की छात्रा पर आवारा कुत्तों ने जानलेवा हमला कर दिया. कॉलेज से घर लौट रही छात्रा को कुत्तों ने सड़क पर गिराकर बुरी तरह नोच लिया. हमले में उसका गाल फट गया और नाक पर भी गंभीर चोटें आईं. घायल छात्रा को पहले कांशीराम अस्पताल और फिर एसएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल, एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है, जहां उसे 17 टांके लगे हैं. छात्रा की हालत ऐसी है कि वह न तो मुंह खोल पा रही है और न ही खाना खा पा रही है. इलाके के लोग अब दहशत में हैं कि कब यह कुत्तों का झुंड किसी और को निशाना बना ले.
खरगोन में मासूम बच्ची पर धावा
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के करही गांव में भी दिल दहला देने वाली घटना हुई. 10 साल की एक बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी अचानक एक कुत्ता उसके पीछे दौड़ पड़ा. बच्ची बचने की कोशिश में जमीन पर गिर गई. तभी कुछ और कुत्ते उसकी तरफ झपट पड़े. गनीमत रही कि आसपास मौजूद लोगों ने डंडों से कुत्तों को भगाकर बच्ची की जान बचाई. इस घटना के बाद पूरा गांव सहमा हुआ है और ग्रामीणों ने प्रशासन से कुत्तों पर नियंत्रण की मांग की है.
पुणे में युवक को घेर लिया
महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ से भी ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां सुबह पांच बजे काम पर जा रहा एक युवक आवारा कुत्तों के झुंड में फंस गया. कुत्ते अचानक उस पर टूट पड़े और उसे चारों तरफ से घेर लिया. युवक ने शोर मचाकर खुद को बचाने की कोशिश की. हालांकि लोगों की मदद से वह किसी तरह वहां से निकल पाया, लेकिन उसकी दहशत साफ झलक रही थी.
सवालों के घेरे में सुरक्षा
तीन राज्यों की ये घटनाएं बताती हैं कि शहरी और ग्रामीण, दोनों ही इलाकों में आवारा कुत्तों का खतरा बढ़ता जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भले ही शेल्टर होम से कुत्तों को आजादी मिल गई हो, लेकिन अब लोगों की जान पर बन आई है. लोग लगातार प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि सड़कों और मोहल्लों में फिर से सुरक्षित माहौल लौट सके.
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