SKM का दावा : लखीमपुर खीरी केस में SIT ने अब तक 75 बयान दर्ज किए
लखीमपुर खीरी हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है. एसआईटी ने अब तक 75 बयान दर्ज किए गए है और अब तक 60 चश्मदीद गवाहों को सुरक्षा प्रदान की गई है और 16 और गवाहों के मिलने की संभावना है.
highlights
- एसआईटी ने अब तक 75 बयान दर्ज किए गए है
- अब तक 60 चश्मदीद गवाहों को सुरक्षा प्रदान की गई है
- एसकेएम ने अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग
लखनऊ:
दिल्ली की सीमा पर पिछले कई महीनों से किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने दो दिन पहले टिकरी बॉर्डर पर यातायात मार्ग बहाल कर दिया है. प्रशासन ने पुलिस बैरिकेड हटाने के बाद, दोपहिया और ऐम्बुलेंस की आवाजाही के लिए एक मार्ग बनाया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली पुलिस के इस कदम को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दबाव में उठाया गया कदम बताया है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम-SKM) ने एक बयान जारी कर कहा कि हम कोई निर्णय लेने से पहले सभी घटनाक्रमों पर नजर रख रहे हैं.
लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है. एसआईटी ने अब तक 75 बयान दर्ज किए गए है और अब तक 60 चश्मदीद गवाहों को सुरक्षा प्रदान की गई है और 16 और गवाहों के मिलने की संभावना है. एसकेएम ने स्थानीय किसानों को कानूनी सहायता के लिए तैयार की गई 7 सदस्यीय अधिवक्ताओं की टीम की मदद लेने के लिए आमंत्रित किया है. एसकेएम ने अजय मिश्रा टेनी, जो गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं, की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग किया है.
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इस दौरान एसकेएम ने देश के विभिन्न जिलों से डीएपी जैसे रासायनिक उर्वरक मिलने में गंभीर कठिनाइयों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उर्वरक की कमी के कराण किसान लंबी कतार लगा रहे हैं और एक किसान ने उर्वरक न मिलने के कारण आत्महत्या कर लिया है. एसकेएम ने मांग की है कि भारत सरकार तुरंत उर्वरकों की आपूर्ति को सुचारु करे और किसी भी कालाबाजारी और मूल्य वृद्धि को तुरंत नियंत्रित करे.
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