Sitapur: अकसर आपने पुलिस को वाहन जब्त करते देखा होगा, लेकिन क्या आपने सुना है कि किसी आमजन ने पुलिसवाले की बाइक को पकड़ लिया. सुनने में हैरान कर देने वाला ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर से सामने आया है. आरोप है कि यहां पुलिस की कथित रिश्वतखोरी के खिलाफ एक आम नागरिक ने एक दरोगा की बाइक रोक ली और उसे साफ शब्दों में कहा कि जब तक रिश्वत के रुपए वापस नहीं करते, तब तक बाइक नहीं मिलेगी.
ये है पूरा माजरा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूरा मामला रेउसा थाना क्षेत्र का है, जहां दीपक मिश्रा नाम के व्यक्ति ने एक दरोगा की बाइक रोक ली और उसे साफ शब्दों में कहा कि जब तक रिश्वत में लिए गए 15 हजार रुपए वापस नहीं करते, तब तक बाइक वापस नहीं दी जाएगी.
दरअसल, कुछ दिन पहले दीपक मिश्रा अपने ट्रैक्टर से कहीं जा रहे थे. इसी दौरान तंबौर थाना क्षेत्र में जय हिंद भट्ठे के पास एक पिकअप वाहन ने उनकी ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी. इसके बाद मौके पर पहुंचे दरोगा श्रीनिवास ने दीपक की ट्रैक्टर-ट्रॉली को थाने ले जाकर जब्त कर लिया.
दरोगा पर लगे ये आरोप
थाने में हुई पंचायत के दौरान दरोगा पर आरोप है कि उन्होंने किसी प्रकार की कार्रवाई न करने के बदले दीपक से 25 हजार रुपए की मांग की. दीपक ने समझौते के तहत 15 हजार रुपए दे दिए. लेकिन मामला यहीं नहीं रुका. दीपक मिश्रा का आरोप है कि दरोगा ने बाद में यह कहकर और पैसे मांगने शुरू कर दिए कि पिकअप गाड़ी को नुकसान हुआ है और 40 फीसदी मरम्मत का खर्च उन्हें देना होगा. इस बात से नाराज दीपक ने एक योजना बनाई.
मौके पर हिस्सा लेने पहुंचे ग्रामीण
गुरुवार को दरोगा श्रीनिवास एक पंचायत में हिस्सा लेने गांव पहुंचे थे. तभी दीपक मिश्रा ने मौके पर दरोगा की बाइक रोक ली और कहा, “पहले मेरे पैसे वापस करो, फिर बाइक ले जाना.” दोनों के बीच बहस होने लगी. इस दौरान किसी ग्रामीण ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है. फिलहाल, इस घटना ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कार्रवाई करता है.
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