जौनपुर में भी सम्भल की तरह एक मुस्लिम बस्ती के बीच एक कब्रिस्तान के बीचों बीच शिवलिंग मिला है. जिस तरह से कब्रिस्तान के बीचों बीच प्राचीनतम शिवलिंग और क्षतिग्रस्त अवस्था में गणेश प्रतिमा मिली है उसे तो एक बात साफ हो गई है. जिस तरह से संभल में कल्कि भगवान का मंदिर मिला, उसे तरह से जौनपुर जनपद में भी कई स्थानों पर इस तरह के मंदिर और मूर्तियों को जाति विशेष के लोगों के द्वारा या तो दबा दिया गया या तो उन्हें कब्जा कर लिया गया है.
सबसे बड़ी बात जिस तरह से मुस्लिम आबादी के बीच में और कब्रिस्तान के बीचों-बीच यह प्राचीन शिवलिंग मिला है तो तमाम तरह के प्रयास लगाए जा रहे हैं. इसमें एक बात तो सब देश में जब मुस्लिम शासक देश में शासन करने आए थे तो इस तरह से तमाम मंदिरों को मस्जिद और तमाम शिवलिंग और गणेश प्रतिमाओं से तमाम मूर्तियां को खंडित करने का प्रयास किया गया. इसका जीता जागता सबूत यह जौनपुर में कब्रिस्तान में शिवलिंग मिला.
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ऐतिहासिक और प्राचीनतम शिवलिंग मिला
जौनपुर के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुल्ला टोले में मुस्लिम आबादी है और इस मोहल्ले में चार-पांच घरों में हिंदू परिवार के लोग रहते हैं. जिस तरह से मुस्लिम आबादी के बीच और कब्रिस्तान के बीच ऐतिहासिक और प्राचीनतम शिवलिंग मिला है और शिवलिंग के पास से ही एक गणेश प्रतिमा भी मिली है जो खंडित और क्षतिग्रस्त है. नगर कोटवार मिथलेश मिश्रा योग नगर पालिका और पीएससी फोर्स मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु जांच पड़ताल की.
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घटना के बारे में पुलिस का बयान
इस बारे में एडिशनल एसपी अरविंद वर्मा ने बताया कि जनपद जौनपुर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र से मुल्ला टोले में मिलने की सूचना मिली जिसके बाद कोतवाली पुलिस को सूचना लगी कि इस मोहल्ले में एक कब्रिस्तान में प्राचीन शिवलिंग के साथ-साथ क्षतिग्रस्त गणेश प्रतिमा मिली है. जैसे इसकी सूचना मिली वैसे ही भारी संख्या में पीएसी बल के साथ नगर पालिका की योग टीम मौके पर पहुंच गई और वहां पर पीएसी कैंप पर लगा दी गई. वहीं जिस स्थान पर शिवलिंग मिला वहां पर एक टीन शेड लगाने की बात कही जा रही है.
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