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वसीम रिजवी ने फिर कुरान पर उठाए सवाल, बैन करने के लिए पीएम को लिखी चिट्ठी

वसीम रिजवी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कुरान में दर्ज 26 आयातें आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली हैं. उन्होंने कहा कि ये कथन अल्लाह के नहीं हो सकते, लिहाजा इसे मदरसों में पढ़ाए जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए. 

Updated on: 29 May 2021, 12:23 PM

highlights

  • रिजवी ने कुरान की 26 आयतों को भड़काऊ बताया
  • वसीम रिजवी ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी
  • सुप्रीम कोर्ट ने रिजवी की याचिका खारिज कर दी थी

नई दिल्ली:

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Shia Leader Waseem Rizvi) अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर से वे सुर्खियों में आ गए हैं. वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने एक बार फिर से कुरान पर सवाल उठाए हैं. वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने इस बार पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कुरान (Quran) को बैन करने की अपील की है. वसीम ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कुरान में दर्ज 26 आयातें आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली हैं. उन्होंने कहा कि ये कथन अल्लाह के नहीं हो सकते, लिहाजा इसे मदरसों में पढ़ाए जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए. 

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वसीम रिजवी ने लिखा कि कुरान की 26 आयतों में अत्यचार, धार्मिक उन्माद फैलाने वाली बातों का जिक्र है, इसलिए उन्होंने नई कुरान लिखी और प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिख मांग की है पुरानी को बैन करें. उन्होंने लिखा कि मेरे द्वारा कुरान का अध्ययन किया गया जिस में पाया गया कि कुरान ए मजीद में 26 लेख (आयत) ऐसी हैं जोकि अल्लाह का कथन नहीं हो सकता क्योंकि उक्त लेख (आयत) आतंकवाद/चरमपंथी/कट्टरपंथी मानसिकता को बढ़ावा देती है. 

उन्होंने आगे लिखा कि इन कुरान की आयतों के कारण मुस्लिम समाज में आतंकी विचारधारा पैदा हो रही है यही कारण है कि पूरे विश्व में मुस्लिम आतंकवाद चरम सीमा पर है गहन अध्ययन के बाद मेरे द्वारा पूर्व में लिखे गए व लिखवाए गए कुरान ए मजीद के सूरोह को सही क्रम में लगाया गया है और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली 26 आयतों को कुरान ए मजीद से हटा दिया गया है. 

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वसीम रिजवी ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में कुरान से 26 आयतों को हटवाने संबंधी याचिका लगाई थी. रिजवी ने याचिका में कहा था कि कुरान की 26 आयतों से कट्टरता और आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने कहा था कि इन आयतों को बाद में कुरान में जोड़ा गया है. हालांकि कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने रिजवी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था. उनके इस कदम के बाद मुस्लिम समाज ने उनके खिलाफ काफी नाराजगी व्यक्त की थी.