News State Conclave: सतीश महाना ने कही बड़ी बात, मैं कभी जाति के आधार पर वोट नहीं मांगता
सतीश महाना ने जातिगत आधारित वोट पर बात करते हुए कहा कि मैं कभी जाति के आधार पर वोट नहीं मांगता है.
highlights
- मैं कभी जाति के आधार पर वोट नहीं मांगता - सतीश महाना
- विकास के नाम पर उत्तर प्रदेश पड़ेगें वोट - सतीश महाना
- बंगाल और उत्तर प्रदेश की राजनीति अलग - सतीश महाना
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की राजनीति में जाति का एक अपना महत्वपूर्ण स्थान सदियों से रहा है। उत्तर प्रदेश में चलंत राजनीति के इतिहास को पलट कर देखा जाए तो यहां की राजनीतिक पार्टियों ने जाति को अपना मुद्दा बनाकर ही राज्य के सत्ता सिंहासन तक का सफर तय किया है. उत्तर प्रदेश में अगले साल ( 2022) में विधानसभा चुनाव होना है. आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टी जातिगत वोट को साधने में जुटी है. इसी बीच बुधवार को न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के द्वारा आयोजित खास शो 'शहर बनारस' में उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने जातिगत आधारित वोट पर बात करते हुए कहा कि मैं कभी जाति के आधार पर वोट नहीं मांगता है.
यह भी पढ़ें: News State Conclave: स्वतंत्र देव बोले- एक नेता पंजाब चले थे तो उन्हें गाड़ी पलट का डर था
उन्होंने इस दौरान कई मुद्दों पर प्रमुखता से बात की और केन्द्र की भाजपा सरकार व उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा देश व प्रदेश में किए जा रहे काम व संचालित योजनाओं पर प्रकाश डाला. न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट के द्वारा आयोजित खास शो 'शहर बनारस' में एक सवाल के प्रतिउत्तर में सतीश महाना ने कहा कि राम मंदिर को हम राजनीति से नहीं जोड़ते हैं. साथ ही उन्होंने 2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि विकास के नाम पर उत्तर प्रदेश में वोट पड़ेगे. उन्होंने बंगाल और उत्तर प्रदेश की राजनीति को अलग बताया. आगे उन्होंने शो में बातचीत के दौरान कहा कि राम इस देश की आत्मा और आस्था है. हालांकि उन्होंने कहा कि 2014 से पहले राजनीति में जातिवाद हावी थी. काशी को लेकर शो बनारस में बातचीत को दौरान उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि काशी अपने आप में आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सबसे बड़ा शहर है.
यह भी पढ़ें: Shahar Banaras: राम के नाम पर राजनीति नहीं करती BJP, देखें सतीश महाना Exclusive
काशी को गलियों का शहर कहा जाता था. पीएम मोदी के निर्वाचित होने के बाद काशी को सड़कों का शहर कहा जाता है. काशी भोलेनाथ की नजरी है. भोलेनाथ के दरबार तक पहुंचने में भक्तों को परेशानी होती थी, लेकिन कॉरिडोर बनने के बाद भक्त आसानी से भोलेनाथ का दर्शन कर लेते हैं. औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना शो के दौरान कहा कि किसी के घर में बच्चा होता है तो ढोल बजाने के लिए लोग आ जाते हैं. मैं कभी जाति के आधार पर वोट नहीं मांगता है. सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि ए हम ही हैं और वे बी ही रहेंगे.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी