अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए परिसर में नींव खुदाई के दौरान 200 फीट नीचे तक खुदाई में भुरभुरा बालू मिला है, जिसे लेकर इंजीनियरों की टीम विचार विमर्श में लग गई है. सीबीआरआई रुड़की ने अपनी रिपोर्ट में सरयू किनारे गहराई में भुरभुरी बालू को लेकर रिपोर्ट दी है. इसके बाद आईआईटी चेन्नई की टीम तूफान, भूकंप आदि में मजबूत नींव न हिले, ऐसा तकनीकी आधार बनाने में जुटी है.
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रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए हुए टेस्ट पाइलिंग के दौरान भूमि के नीचे मिले बालू का पानी में पिलर को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है. इसलिए देश के आईआईटी चेन्नई बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की आईआईटी मुंबई आईआईटी कानपुर दिल्ली टॉप इंजीनियरों के बीच विचार चल रहा है.
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श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि एक सप्ताह में सभी इंजीनियरों की रिसर्च रिपोर्ट पूरी हो जाएगी, जिसके आधार पर कार्य प्रारंभ होगा. वही राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप मुख्यालय कारसेवक पुरम में लार्सन एंड टूब्रो व टाटा के अधिकारियों के बीच बैठक कर होने वाले अनुबंध को पूरा कर लिया गया.