श्री राम जन्मभूमि मंदिर के अलावा परिसर में साथ और मंदिर बन रहे हैं. इन मंदिरों में पुजारियों का भौतिक प्रशिक्षण भी अब शुरू हो गया है. पौष कृष्ण पक्ष प्रतिप्रदा यानि सोमवार से राम मंदिर ट्रस्ट ने इसके लिए प्रशिक्षण प्राप्त 10 नए पुजारियों की नियुक्ति की है, जो रोस्टर के अनुसार पहले से नियुक्ति पुजारियों के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पूजा पद्धति को सीखेंगे. मुख्य मंदिर के पास बन रहे अन्य मंदिरों का निर्माण कार्य जब पूरा हो जाएगा. उसके बाद इन्हीं पुजारियों में से उन मंदिरों में पुजारी की नियुक्ति की जाएगी. लेकिन इन पुजारियों को कुछ नियमों और शर्तों का भी पालन करना होगा.
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इन्हीं मंदिरों में पुजारी का काम करेंगे
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुजारी में से 10 नए पुजारियों की नियुक्ति की है. यह नए पुजारी रोटेशन के अनुसार दो शिफ्ट में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में पूजन पद्धति सीखेंगे. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि आने वाले दिनों में श्री राम मंदिर ट्रस्ट को पूजन के लिए कुछ अतिरिक्त पूजारियों की आवश्यकता होगी. श्री राम मंदिर के चारों तरफ 7 नए मंदिर का निर्माण हो रहा है. अगले कुछ माह में इन मंदिरों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. इसके बाद वहां पर अनुभवी पुजारी की आवश्यकता होगी. इसीलिए राम मंदिर ट्रस्ट ने नए पुजारियों की नियुक्ति की है जो बाद में इन्हीं मंदिरों में पुजारी का काम करेंगे.
कुछ नियम और शर्तों का पालन करना होगा
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में पुजारियों को कुछ नियम और शर्तों का पालन करना होगा. जो पुजारी गर्भगृह में रहेगा वह बाहर नहीं जा सकेगा. जिस पुजारी की ड्यूटी बाहर होगी वह गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकेगा. बाहरी व्यक्तियों को स्पर्श करने पर बिना स्नान गर्भगृह में प्रवेश वर्जित होगा. गर्भगृह में पुजारी मोबाइल फोन का प्रयोग भी नहीं कर सकेंगे.