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जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक बढ़ी टिकैत की लोकप्रियता

जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक टिकैत का नाम होने लगा है, लोगों में उनके प्रति संवेदना तो है ही साथ ही टिकैत को भविष्य में किसानों का बड़ा नेता भी माना जा रहा है.

Updated on: 10 Feb 2021, 12:43 PM

highlights

  • किसान आंदोलन का चेहरा बनकर उभरे राकेश टिकैत
  • ट्विटर समेत दूसरे सोशल मीडिया पर बढ़ गए फॉलोवर्स
  • जगह-जगह की पंचायतों में होने लगी है मांग

गाजीपुर बॉर्डर:

गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Agitation) में राकेश टिकैत एक उभरता हुआ चेहरा हैं. टिकैत आंदोलन को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से निकाल कर देश के दूसरे हिस्सों में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही दिनों में बढ़ती लोकप्रियता का टिकैत बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं, हालांकि जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक टिकैत का नाम होने लगा है, लोगों में उनके प्रति संवेदना तो है ही साथ ही टिकैत को भविष्य में किसानों का बड़ा नेता भी माना जा रहा है. इस महीने राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक में पंचायत करेंगे. चरखी दादरी, जींद, बागपत और कुरुक्षेत्र में राकेश टिकैत किसान पंचायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ चुकी है, आगामी दिनों में देश भर में होने वाली पंचायतों के लिए उनके पास फोन आना शुरू हो चुके हैं. 

किसान पंचायत से ज्यादा पंचायत में मांग
आगामी दिनों में होने वाली पंचायतों में लोग टिकैत को बुलाना चाहते हैं और यही कारण है कि अभी तक सभी जगहों पर उनके द्वारा हामी नहीं भरी गई है, लेकिन अगले कुछ दिनों में टिकैत ने पंचायत में जाने का फैसला लिया है. हाल ये हो गया है कि अब राकेश टिकैत गाजीपुर बार्डर पर कम दिखाई दे रहे हैं, बल्कि किसान पंचायत में ज्यादा शिरकत कर रहे हैं. अंदाजा इस बात से भी लगया जा सकता है कि फरवरी के महीने में उनकी उप्र, मप्र, राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक में करीब दो दर्जन से अधिक किसान पंचायत होने वाली हैं, टिकैत इन पंचायतों के जरिए किसान आंदोलन को पूरे भारत का बनाना चाहते हैं. राकेश टिकैत की हाल ही दिनों में किसानों में लोकप्रियता तो बढ़ी ही है, साथ ही सोशल मीडिया पर भी टिकैत के काफी फॉलोवर्स बढ़ चुके हैं. दरअसल 27, 28 जनवरी की रात टिकैत की आंखों से गिरे आंसुओं ने किसान आंदोलन को मजबूती तो दी ही है साथ ही उनकी लोकप्रियता पर भी इसका असर हुआ. जिसका जीता जागता उदाहरण शोशल मीडिया पर उनके फॉलोवर्स बयां कर रहे हैं.

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ट्विटर पर बढ़ गए फॉलोवर्स
गणतंत्र दिवस के दिन के आस पास टिकैत के करीब 4 हजार फॉलोवर्स थे, लेकिन कुछ ही दिन पहले उनका ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड हुआ और फॉलोवर्स की संख्या करीब डेढ़ लाख हो गई. वहीं फेसबुक पेज की पोस्ट तो तीन करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है, यही वजह है कि राकेश टिकैत पश्चिमी उप्र से निकलकर उत्तरी भारत के बड़े किसान नेता बनते जा रहे हैं. टिकैत के प्रति जनता का प्यार देख, उनके सहयोगी को इंस्टाग्राम अकाउंट बनाना पड़ा, जिसपर चंद दिनों में करीब 45 हजार फॉलोवर्स हो चुके हैं.

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इंस्टाग्राम पर भी मजबूत उपस्थिति
भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि, 'जिस वक्त ये आंदोलन शुरू हुआ था उस वक्त करीब 3 से 4 हजार फॉलोवर्स थे, लेकिन अब उनके शोशल मीडिया पर लाखों लोग जुड़ चुके हैं.' उन्होंने आगे बताया कि करीब 10 दिन पहले ही इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था, जिसपर करीब 45 हजार लोगों ने फॉलो कर चुके हैं. हालांकि टिकैत का सोशल मीडिया अकाउंट इक्का दुक्का लोग ही संभालते हैं, बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए पहले के मुकाबले अब ज्यादा पोस्ट की जाती है, साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट से हर एक भाषण को लाइव प्रस्तुत किया जाने लगा है. इसके अलावा राकेश टिकैत जहां भी शिरकत कर रहे हैं, लोग उनके साथ सेल्फी खिंचाने की होड़ लगाने लगते हैं.