logo-image

प्रियंका ने उत्तरप्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिया श्रमिकों की आवाज उठाने का संदेश

प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए 1000 बसों की पेशकश को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच गतिरोध के एक दिन बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को कार्यकर्ताओं से श्रमिकों की आवाज उठाने का संदेश दिया.

Updated on: 21 May 2020, 05:06 PM

लखनऊ:

प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए 1000 बसों की पेशकश को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच गतिरोध के एक दिन बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को कार्यकर्ताओं से श्रमिकों की आवाज उठाने का संदेश दिया. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक लल्लन कुमार ने बताया कि प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश भेजकर कहा है कि हमें कोई डरा नहीं सकता और हम पूरी ताकत से श्रमिकों की आवाज उठाएंगे. प्रियंका ने कहा, ''साथियों, आपने देखा योगी सरकार का कोरोना वायरस महामारी से लड़ने का तरीका.

यह भी पढ़ें- कोरोना काल में इस दंपति ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, कूड़े के ढेर में मिले 7.5 करोड़ रुपये पुलिस को लौटाए

कांग्रेस पार्टी ने प्रवासी श्रमिकों के लिए बसों का इंतजाम किया तो योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष को फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेज दिया.'' उन्होंने कहा, ''कोरोना आपदा काल में पूरा देश एकजुट होकर महामारी से लड़ रहा है मगर यूपी सरकार श्रमिकों के लिए बस, ट्रेन टिकट, खाने और राशन का इंतजाम करने वालों को जेल में डाल रही है.'' कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आज राजीव गांधी जी का 30वां शहादत दिवस है. राजीव जी ने देश के लिए अपनी जान दी.

गरीबों का दर्द उनसे देखा नहीं जाता था. उन्होंने कहा, ‘‘हम सब उनकी सोच के वारिस हैं. हमने राजीव जी से सीखा है कमजोरों की मदद करना. हमें कोई नहीं डरा सकता.’’ प्रियंका ने कहा, ''राजीव जी की याद करते हुए आज 21 मई 2020, दोपहर एक बजे से हमारे उप्र कांग्रेस के 50,000 हजार कार्यकर्ता फेसबुक लाइव के माध्यम से श्रमिकों की आवाज उठाएंगे और राज्य दमन का विरोध करेंगे... ये राजीव जी को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी. ''

यह भी पढ़ें- बिहार में कोरोना वायरस के 96 नए मरीज, संक्रमितों की संख्या 1872 पहुंची

उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी, समस्त अग्रिम संगठन व विभाग और सेल, फोरम इत्यादि व हमारा एक एक कार्यकर्ता पूरी ताकत से श्रमिकों की आवाज उठाएंगे और राज्य दमन का प्रतिरोध करेंगे. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी प्रेस बयान में बताया गया कि पैदल चलते श्रमिकों, पैदल चलती गर्भवती स्त्रियों की पीड़ा को देखते हुए श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने 1000 बसों की व्यवस्था की.

इन बसों से लगभग 92000 श्रमिक तीन दिन में अपने घर पहुंच जाते. बसें वापस लौट गईं. श्रमिक पैदल चलते रहे. भाजपा की राजनीति ने मानवता को कुचल दिया. बयान में आगे कहा गया कि यूपी की भाजपा सरकार ने इन बसों को रोक दिया. न केवल इन बसों को रोका गया बल्कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष को फर्जी मुकदमे लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया. पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इस कोरोना आपदा की शुरुआत से ही कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि इस आपदा के दौरान हमारे लिए पहले मानवता है, फिर राजनीति.

यह भी पढ़ें- उत्तरप्रदेश में 50 हजार 'बैंकिंग कॉरस्पोंडेंट सखी' तैनात करेगी योगी सरकार

इसी सिलसिले से कांग्रेस पार्टी ने 67 लाख लोगों तक मदद पहुंचाई है. बाहर फंसे लोगों को मदद का काम भी किया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर श्रमिकों के घर वापस आने का किराया भरने का काम भी कांग्रेस ने किया है. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि 36 घंटे से ज्यादा समय तक बसों पर राजनीति होती रही और उन बसों को उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया गया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस गरीब, मजदूर, श्रमिक भाई, बहनों की लड़ाई लड़ती रही है. आज का फेसबुक लाइव जनान्दोलन है. हम लोकतांत्रिक तरीके से आन्दोलन चलायेंगे, हमें जनता पर विश्वास है, हम जनता के बीच जायेंगे, जनता यह निर्णय लेगी कि सही कौन है और गलत कौन है.