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प्रियंका गांधी वाड्रा।( Photo Credit : फाइल फोटो)
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प्रियंका गांधी वाड्रा।( Photo Credit : फाइल फोटो)
कोरोना महामारी के बीच तरह-तरह की तस्वीरें देखने को मिल रही है. प्रयागराज से भी एक ऐसा ही वीडियो आया है. जिसके बाद प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि ''प्रयागराज के कोटवा बनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद मरीज सुविधाओं का बुरा हाल बयान कर रहे हैं. जमीन की सच्चाई मुख्यमंत्री जी के प्रचार से एकदम अलग है. यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में इन सुविधाओं के हाल को सुधारना बहुत जरूरी है.''
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वीडियो प्रयागराज के कोटवा (बनी) के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. वीडियो में मरीजों द्वारा आरोप लगाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का बुरा हाल है. यहां उन्हें पानी नहीं दिया जा रहा. खाना भी जो दिया जा रहा है वह घटिया क्वालिटी का है. मरीजों का यह भी कहना है कि अगर सरकार अपने पैसे से खाना पानी नहीं दे सकती तो हमसे पैसा ले ले. यहां जानवरों की तरह हमसे बर्ताव हो रहा है, हमें पानी तक नहीं मिल रहा है.
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उन्होंने उत्तर प्रदेश में सुसाइड के एक मामले को उठाते हुए कहा कि हिंदुस्तान में बहुत से लोग आज इसी तरह का कष्ट झेल रहे हैं. एक दुखद घटना में यूपी के भानु गुप्ता ने ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या कर ली थी. उसने अपने सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी का हवाला दिया है कि काम बंद हो चुका है, लॉकडाउन बढ़ता जा रहा है. यह शख्स खुद बीमार था और अपनी बीमार मां का भी इलाज कराना चाहता था.
प्रयागराज के कोटवा बनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद मरीज सुविधाओं का बुरा हाल बयान कर रहे हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 1, 2020
जमीन की सच्चाई मुख्यमंत्री जी के प्रचार से एकदम अलग है। यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में इन सुविधाओं के हाल को सुधारना बहुत जरूरी है। pic.twitter.com/RO1h03bcsc
सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि सरकार सिर्फ राशन देती है. लेकिन और भी चीजें हैं जिन्हें खरीदना पड़ता है. जरूरत की और भी चीजें होती हैं. जबकि प्रियंका गांधी ने आगे लिखा है कि ये पत्र शायद आज एक साल के जश्न वाले पत्र की तरह गाजे बाजे के साथ आपके पास न पहुंचे, लेकिन इसे जरूर पढ़िए. हिंदुस्तान में भी बहुत से लोग आज इसी तरह कष्ट में हैं.