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प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में 'खेला होई' को लेकर सपा और बीजेपी में पोस्टर वॉर

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में सियासी पारा अभी से चढ़ने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी 2022 की चुनावी हलचल अभी से नजर आ रही है.

Updated on: 06 Jul 2021, 03:15 PM

highlights

  • वाराणसी में 2022 की चुनावी हलचल
  • बीजेपी और सपा के बीच टकराव तेज
  • 'खेला होई' नारे को लेकर पोस्टर वॉर

वाराणसी:

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में सियासी पारा अभी से चढ़ने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी ( Varanasi ) में भी 2022 की चुनावी हलचल अभी से नजर आ रही है. वाराणसी में पोस्टर वॉर के माध्यम से राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर हमलावर दिखाई दे रही हैं. समाजवादी पार्टी ( SP ) जहां 'खेला होई' के नारे के साथ उत्तर प्रदेश में जीत का दावा कर रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) का कहना है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में कोई खेला नहीं हो पाएगा और यह सारी बातें पोस्टर के माध्यम से वाराणसी के सड़कों पर दर्शायी जा रही है.

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वाराणसी में इन दिनों पोस्टर वार छिड़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल के नारे को अपनाते हुए समाजवादी पार्टी ने नारा 'खेला होई' दिया है.

उधर, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) वाराणसी पहुंचे तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश में 2022 में 'खेला न होई' का नारा दिया. इस तरह से चुनाव का माहौल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) के संसदीय क्षेत्र में अभी से नजर आने लगा है.

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समाजवादी पार्टी कहती है कि जो बंगाल में हुआ वही अब उत्तर प्रदेश में भी दोहराया जाएगा. यहां पर खेला होगा और भारतीय जनता पार्टी की हार होगी, क्योंकि भाजपा ने सत्ता में रहते हुए जो वादे किए थे. वह पूरे नहीं किए हैं और अब जनता उनसे नाराज है. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि मोदी और योगी के नेतृत्व में सरकार ने जो काम कर दिखाया है उसे जनता बेहद खुश है और ऐसे में किसी तरह का कोई खेला 2022 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में नहीं होगा और समाजवादी पार्टी को फिर से मुंह की खानी पड़ेगी और भारतीय जनता पार्टी 350 सीटों के साथ फिर से एक बार सत्ता पर काबिज होगी.