UP Toll Tax Hike: देश भर में मंगलावर यानी 1 अप्रैल से एनएचएआई ने टोल टैक्स रेट में इजाफा कर दिया है. इसका असर उत्तर प्रदेश आने-जाने वालों पर भी देखने को मिलेगा. टोल दरों में यह संशोधन 31 मार्च की मध्य रात से लागू हो चुका है, जिससे वाहन चालकों को अब सफर के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे.
इन एक्सप्रेसवे पर महंगा पड़ेगा सफर
यूपी में टोल टैक्स बढ़ने से खासतौर पर पांच प्रमुख एक्सप्रेसवे पर सफर महंगा हो गया है. इनमें यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे शामिल हैं.
नई टोल दरें
एनएचएआई द्वारा जारी नए टोल चार्जेस के अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे पर कार चालकों को अब प्रति किलोमीटर 10 पैसे अधिक चुकाने होंगे. इसके अलावा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर छोटे वाहनों के लिए टोल में औसतन 5% की वृद्धि हुई है. वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बस और ट्रक चालकों को 15-20% तक अधिक भुगतान करना पड़ेगा. गंगा एक्सप्रेसवे की बात करें तो इस निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे पर भी नई दरें लागू होते ही प्रभावी होंगी. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को अब 10% तक अधिक टोल चुकाना होगा.
यात्रियों पर बढ़ेगा बोझ
टोल दरों में वृद्धि से आम लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा. खासतौर पर रोजाना यात्रा करने वाले लोग और ट्रांसपोर्टर्स इस बढ़ोतरी से ज्यादा प्रभावित होंगे. इससे सामान ढुलाई का खर्च भी बढ़ेगा, जिसका असर आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर पड़ सकता है.
यात्रियों के लिए सुझाव
फास्टैग का इस्तेमाल करें, ताकि टोल प्लाजा पर समय और ईंधन की बचत हो.
यात्रा से पहले टोल दरों की जानकारी लेकर बजट प्लान करें.
सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग कर बढ़ते खर्च से बचा जा सकता है.
एनएचएआई का तर्क
एनएचएआई ने टोल दरों में बढ़ोतरी का कारण मेंटेनेंस और सड़क सुरक्षा उपायों में होने वाले खर्च को बताया है. अधिकारियों के अनुसार, हर साल अप्रैल में टोल दरों की समीक्षा की जाती है और महंगाई दर को ध्यान में रखते हुए इनका संशोधन किया जाता है.
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