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नेपाल में प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने होटल में लगाई आग Photograph: (ANI)
Nepal Crisis: पड़ोसी देश नेपाल में बीते सोमवार को युवाओं का विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया. इस दौरान उपद्रवियों ने राजधानी काठमांडू में जमकर तांडव मचाया. कई इमारतों में आग लगी दी गई. काठमांडू के एक होटल को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस होटल में यूपी का दम्पति ठहरा हुआ था. जैसे ही होटल में आग लगी उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए होटल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इजाल के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. जबकि पति का इलाज चल रहा है.
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के पास स्थित इंडो- नेपाल बाॅर्डर पर गाजियाबाद की रहने वाली महिला का शव परिजनों को सौंप दिया गया है. बता दें गाजियाबाद के नंदग्राम क्षेत्र के रहने वाले रामवीर सिंह गोला अपनी पत्नि राजेश गोला के साथ पशुपतिनाथ मंदिर के पास दर्शन करने के लिए 7 सितंबर को काठमांडू पहुंचे थे. दर्शन के बाद पति- पत्नि काठमांडू के एक होटल में रुके थे.
जहां प्रदशनकारीयों ने होटल को आग के हवाले कर दिया. आग लगने की खबर सुनकर लोगों में अफरा- तफरी मच गई और दम्पति ने घबरा कर चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे पति- पत्नि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं पति दो दिन बाद घायल रुप में राहत शिविर में मिला.
उपद्रवियों ने रात में लगाई थी आग
पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के बाद पति- पत्नि काठमांडू के हयात रेसिडेंसी में रुके थे. करीब रात 11 बजे उपद्रवियों ने होटल में आग लगा दी. बचाव दल के प्रयास से कई लोग पहले से लगाए गए गद्दे पर गिरे मगर गाजियाबाद के रहने वाले पति-पत्नी गंभीर रुप से घायल हो गए. इसी दौरान उपद्रवियों ने दोबारा हमला कर दिया. जिससे दम्पति बिछड़ गए. पत्नी से बिछड़ने के बाद रामवीर सिंह गोला दो दिन बाद घायल रुप में राहत शिविर में मिले. वहीं उनकी पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई.
परिजनों ने कहा, सही से नहीं हुआ इलाज
बुधवार को रामवीर सिंह के बेटे विशाल के पास फोन करके बताया गया की उनकी मां की मृत्यु हो गई है. महाराजगंज के पास स्थित इंडो- नेपाल बाॅर्डर पर गाजियाबाद की रहने वाली महिला का शव परिजनों को सौंप दिया गया है. इंडो- नेपाल बाॅर्डर पर शव लेने आए दम्पति के परिजनों का कहना था की महिला का सही तरीके से इलाज नहीं हुआ, जिसके कारण उसकी मौत हो गई. भारतीय दूतावास की मदद से महिला का शव सोनौली पहुंचा, जहां परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं पिता रामवीर सिंह गोला दो दिन बाद घायल रुप में राहत शिविर में मिले.
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