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maha kumbh 2025 (social media)
महाकुंभ के दाैरान काशी आने वाले भक्तों की सुरक्षा को लेकर जल पुलिस और जिला प्रशासन दोनों तैयारियां हो रही हैं. गंगा स्नान करने वालों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. ऐसा पहली बार होगा, जब 3 हजार मीटर लंबी वाटर बैरिकेडिंग और 3 हजार मीटर लंबा सेफ्टी नेट लगाया जा रहा है साथ ही इस महाकुम्भ के दौरान 15 से 20 करोड़ लोग काशी आ सकते है इसके लिए वाराणसी में 50 से भी अधिक अस्थायी शेल्टर होम भी बनाये जायेंगे.
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वाटर बेरिकेटिंग के साथ नेट लगाए जा रहे हैं
काशी में देव दीपावली जैसे बड़े आयोजन पर गंगा में लेन बनाने के लिए अब तक प्रयागराज से फ्लोटिंग डिवाइडर मंगवाए जाते थे. प्रयागराज के महाकुंभ के दौरान प्रशासन का अनुमान है कि तकरीबन करोड़ों श्रद्धालु काशी आएंगे. इसके अलावा मकर संक्रांति, महाशिवरात्रि, छठ, पूर्णिमा-अमावस्या, सूर्य-चंद्र ग्रहण जैसे अवसरों पर काशी में गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है.इसलिए अब गंगा के वाटर बेरिकेटिंग के साथ नेट लगाए जा रहे हैं.
श्रद्धालुओं के लिए हर व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जायेगा
वाराणसी के मेयर का कहना है की महाकुम्भ के दौरान करोडो की भीड़ काशी में होगी इस दौरान वाराणसी में 50 से अधिक अस्थायी शेल्टर होम बनाये जायेंगे साथ ही इस कड़कड़ाती ठण्ड में अलाव की व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं के लिए हर व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जायेगा.
महाकुम्भ के दौरान काशी में जब गंगा स्नान भीड़ होगी तब गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर बैरिकेडिंग के रूप में किया जा सकेगा. इसके अलावा सेफ्टी नेट के चलते स्नान के दौरान पैर फिसलने से कोई श्रद्धालु गहरे पानी में नहीं जाएगा. जेटी में लगी सेफ्टी नेट से स्नान करने वाले श्रद्धालु को आसानी से बचाया जा सकेगा.