उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी पर कांग्रेस लगातार योगी सरकार पर हमलावर हो रही है. कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि अजय कुमार लल्लू दूसरी बार विधानभा के सदस्य रहे हैं. वह अपनी मर्जी से नहीं गए थे. वह बसों का हैंडओवर करने गए थे. उन्हें जबरदस्ती आगरा में रोकने का प्रयास किया गया.
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इसके बाद उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. उनके साथ दो अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मुकदना दर्ज किया गया है. जबकि ये मुकदमा तथ्यहीन है. आज तक अजय कुमार लल्लू को उनके वकील से मिलने नहीं दिया गया. वकील से मिलना मौलिक अधिकार है इससे भी उन्हें वंचित रखा गया. उन्होंने आगे यूपी सरकार पर गलत तथ्य पेश करने का आरोप लगाया. आराधना मिश्रा ने कहा कि यूपी सरकार ने कोर्ट में गलत तथ्य प्रस्तुत किए.
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अजय कुमार लल्लू कोई अपराधी नहीं है. वो एक राजनीतिक व्यक्ति हैं जो गरीबों की मदद करते हैं. जिस लिस्ट के आधार पर उन पर मुकदमा लिखाया गया है उससे उनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि लल्लू की जमानत खारिज कर दी गई है. हम इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में जाएंगे.
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एक हजार बसों के प्रस्ताव पर चली खींचतान के बाद प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर शासन ने FIR करवाई थी. जिसके बाद लल्लू को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. तब से वह जेल में है.
Source : News Nation Bureau