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लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को लखीमपुर घटना की जालियावाला कांड से तुलना करते हुए कहा कि लोग बीजेपी को उसकी (सही) जगह दिखा देंगे.

Updated on: 05 Oct 2021, 08:39 PM

highlights

  • सदस्यों की एसआईटी टीम लखीमपुर कांड की जांच करेगी
  • शरद पवार ने लखीमपुर खीरी की हिंसा की तुलना जलियांवाला बाग से की
  • लखीमपुर खीरी में इंटरनेट सेवा बहाल हो गयी है

लखनऊ:

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. 6 सदस्यों की एसआईटी टीम लखीमपुर कांड की जांच करेगी. आईजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने एसआईटी जांच की घोषणा करते समय कहा कि पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आशीष मिश्र को नामजद आरोपी बनाया गया है. लखीमपुर खीरी में इंटरनेट सेवा बहाल हो गयी है. लेकिन निषेधाज्ञा अब भी लागू है, शहर में मंगलवार को स्थिति धीरे धीरे सामान्य होती नजर आई. 

गौरतलब है कि रविवार को यहां तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे. जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर तिकोनिया गांव के रास्ते में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बल के जवानों को गश्त करते देखा जा सकता है. लखीमपुर रेलवे स्टेशन, बाजार और अन्य स्थानों पर सामान्य गतिविधियां देखी गईं. दुकानों में भी सामान्य रूप से कारोबार होता दिखा.

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अपने पुत्र आशीष मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा, FIR कराने का हक सबको है. उन्होंने FIR कराई है. सबूत इकट्ठे होंगे तो सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी. हम कार्यक्रम स्थल पर नहीं थे न हमारा पुत्र वहां था. ये सारी बातें स्पष्ट हो चुकी हैं. हमें किसी जांच से कहीं कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक जांच एजेंसी का सामना करने के लिए तैयार हैं. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. जो लोग दोषी होंगे, जिन्होंने साजिश रची है उन्हें किसी स्तर पर छोड़ा नहीं जाएगा.

लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने निघासन थाने पर धरना दिया. एक प्रतिनिधिमंडल थानाध्यक्ष से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की.

लखीमपुर हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए किसान नेता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. किसान नेताओं का आरोप है कि अजय मिश्रा के पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. क्योंकि पुलिस अधिकारियों पर गृह मंत्रालय का दबाव काम करेगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने गोली से मारे गये व्यक्ति के पोस्टमार्टम पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि घटना के दौरान गोली से मरने वाले व्यक्ति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सही नहीं है. बहराइच में फिर से पोस्टमार्टम किया जा रहा है. दो शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को लखीमपुर घटना की जालियावाला कांड से तुलना करते हुए कहा कि लोग बीजेपी को उसकी (सही) जगह दिखा देंगे तथा पार्टी को लखीमपुर घटना की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हिंसा को ‘किसानों पर हमला’ करार देते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकारों पर इसकी जिम्मेदारी बनती है और ‘‘लोग उसे (भाजपा को) उसकी (सही) जगह दिखा देंगे.’’

दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने लखीमपुर खीरी की हिंसा का जलियांवाला बाग से तुलना करते हुए कहा कि किसान भाजपा को सही जगह दिखा देंगे.