Kanpur Hair Transplant Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद दो इंजीनियरों की संदिग्ध मौत का जिम्मेदार एक डेंटिस्ट को ठहराया गया है. दोनों मृतकों के परिजनों का आरोप है कि बिना किसी विशेषज्ञता और अनुमति के एक डेंटिस्ट डॉक्टर ने 40 हजार रुपये में यह सर्जरी कराई थी, जिससे मरीजों की जान चली गई. पूरा मामला रावतपुर इलाके का है, जिसकी पुलिस जांच शुरू हो गई है.
जानकारी के अनुसार, यह क्लिनिक ‘एम्पायर क्लिनिक’ नाम से संचालित किया जा रहा था, जिसे डॉ. अनुश्का तिवारी और उनके पति डॉ. सौरभ त्रिपाठी चला रहे थे. दोनों ही बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) डिग्रीधारी हैं और आरोप है कि वे बिना प्रशिक्षित स्टाफ के हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी करवा रहे थे.
ये है पहला मामला
पहला मामला 40 वर्षीय इंजीनियर विनीत दुबे की मौत का है. उनकी पत्नी जया त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में बताया गया कि 13 मार्च को विनीत ने हेयर ट्रांसप्लांट करवाया, जिसके बाद उन्हें गंभीर संक्रमण हो गया. उनके चेहरे पर सूजन और दर्द बढ़ता गया और 14 मार्च को उनकी मौत हो गई.
एडीसीपी पश्चिम विजेंद्र द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि इस मामले में 9 मई को भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(1) (लापरवाही से मृत्यु) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. डॉक्टर पर आरोप है कि संक्रमण को नजरअंदाज किया गया, जिससे मरीज की हालत बिगड़ती चली गई.
दूसरे केस में मयंक कटियार बना शिकार
इसके बाद दूसरा मामला सामने आया है जिसमें 30 वर्षीय मयंक कटियार की मौत हुई. उनके भाई कुशाग्र कटियार ने शिकायत दर्ज कराई कि मयंक ने 18 नवंबर 2023 को इसी क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. उसी दिन वे घर लौटे, लेकिन बाद में सीने में तेज दर्द और चेहरे में सूजन की शिकायत हुई. इलाज के बावजूद उनकी हालत बिगड़ी और अगले दिन उनकी मौत हो गई.
फरार चल रही डॉक्टर
डॉ. अनुश्का तिवारी फिलहाल फरार हैं. पुलिस की दो टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं. क्लिनिक की कार्यप्रणाली और मेडिकल प्रोटोकॉल के उल्लंघन की जांच की जा रही है. पुलिस यह भी तय कर रही है कि दोनों मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की जाए या उन्हें एक साथ जोड़ा जाए.
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