मोक्ष की तलाश में MBBS छात्र ने ली जल समाधि, दक्षिणा में दे दी बाइक

काशी को माक्षदायिनी काशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि यहां यमराज का शासन नहीं चलता. यहां प्राण त्यागने वाले को खुद भगवान शिव तारक मंत्र प्रदान करते हैं.

काशी को माक्षदायिनी काशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि यहां यमराज का शासन नहीं चलता. यहां प्राण त्यागने वाले को खुद भगवान शिव तारक मंत्र प्रदान करते हैं.

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Yogendra Mishra
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प्रतीकात्मक फोटो।( Photo Credit : फाइल फोटो)

काशी को माक्षदायिनी काशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि यहां यमराज का शासन नहीं चलता. यहां प्राण त्यागने वाले को खुद भगवान शिव तारक मंत्र प्रदान करते हैं. मणिकर्णिका घाट में कभी चिताओं की आग शांत नहीं होती. हर साल यहा न जाने कितने लोग मोक्ष की तलाश में यहां आते हैं. इसलिए गंगा के किनारे बने मठ मंदिरों में तमाम बुजुर्ग मरने की चाह में अपना अंतिम समय बिताते हैं. अब हाल ही में कुछ ऐसा हुआ है जिससे हर कोई हैरान है.

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यहां BHU IMS के एक एमबीबीएस छात्र ने आध्यात्म की राह पर आगे बढ़ते हुए गंगा में जल समाधि ले ली. मूल रूप से बिहार के रहने वाले एक MBBS छात्र नवनीत पराशर का शव मिर्जापुर के विंध्यवासिनी दरबार के करीब उतराता मिला.

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वाराणसी के लंका थाना पुलिस ने जब पूरे मामले की तफ्तीश की तो हैरान करने वाली जानकारी सामने आई. लंका थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार चतुर्वेदी ने बताया की प्रथम दृष्टया जो तथ्य सामने आए हैं उसके मुताबिक नवनीत का जीवन आध्यात्न की ओर मुड़ गया था. जिसके बाद उसने यह कदम उठाया है.

8 जून से गायब था नवनीत

BHU के धन्वतरी हॉस्टल में रहने वाला नवनीत पराशर अचानक से गायब हो गया था. 8 जून के बाद से उसका कोई पता नहीं चला. वाराणसी के लंका थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ. पिता ने बताया कि आखिरी बार जब बात हुई तो उसने हर महीने से ज्यादा रुपये मांगे. पूछने पर बाताया कि रुद्राक्ष की माला समेत अध्यात्म से जुड़ा कुछ सामान खरीदना है. हॉस्टल छोड़ने से पहले नवनीत ने साथी छात्रों से बात करना बंद कर दिया था. पुलिस को पूछताछ में पता चला कि वह विंध्यवासिनी जाने की बात कह रहा था.

दक्षिणा में दी बाइक

लंका थाना पुलिस ने मिर्जापुर में तलाश किया तो वहा गंगा में नवनीत का शव तैरता हुआ मिला. इसके बाद पुलिस ने विंध्यवासिनी दरबार में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो नवनीत एक नारियल और सिंदूर खरीदता हुआ दिखाई दिया. पड़ताल में पता चला कि उसने स्नान के बाद गीले कपड़ों में ही मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए. जिस पंडा से नवनीत की अंतिम बार बात हुई उसे वह बाइक दक्षिणा में देकर चला गया था. पैर में लगी मिट्टी साफ करने की बात कहकर वह गंगा की ओर गया लेकिन वहां से वापस नहीं लौटा.

पुलिस ने कहा आध्यात्म से जुड़ा मामला

पुलिस का मानना है कि नवनीत पूरी तरह आध्यात्म की ओर मुड़ गया था. शायद इसीलिए मोक्ष की तलाश में उसने गंगा में जल समाधि ले ली. इस मामले में पुलिस की पड़ताल जारी है. BHU के धन्वंतरी हॉस्टल के जिस कमरा नंबर 18 में नवनीत रहता ता उसे पुलिस ने जांच के लिए फिलहाल सील कर दिया है.

Source : News Nation Bureau

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