IIT कानपुर ने ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के लिए तैयार की डिवाइस, ऐसे करेगी काम

ब्रेन स्ट्रोक के केस में फिजियोथेरेपी काम करती है डिवाइस. मरीजों की तेज होती रिकवरी. 

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Mohit Saxena
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IIT Kanpur

IIT कानपुर ( social media)

ब्रेन स्ट्रोक आज के समय में गंभीर बीमारी की तरह है। आईआईटी कानपुर ने विश्व की पहली ऐसी डिवाइस तैयार की है जो स्ट्रोक के 1 वर्ष बाद भी मरीज को ठीक कर सकेगी।  आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल डिपार्टमेंट की ओर ये तैयार अत्याधुनिक डिवाइस का नाम ब्रेन कंट्रोल इंटरफेस रखा गया है। यह डिवाइस ब्रेन को सक्रिय करता है। इससे स्ट्रोक के मरीजों की रिकवरी तेज होती है। स्ट्रोक के केस में यह डिवाइस फिजियोथेरेपी का काम करती है। मैन्युअल फिजियोथैरेपी करने में कई बार लोगों के शरीर पर काम कर रहा होता है। मगर उनका दिमाग काम नहीं कर रहा होता है।

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रिकवरी काफी तेज हो जाती है

आईआईटी कानपुर की ओर से विकसित इस डिवाइस का उद्देश्य है कि दिमाग और शरीर के अंग का मूवमेंट एक साथ हो। इससे रिकवरी काफी तेज हो जाती है। इस डिवाइस का भारत और यूके में सफल क्लिनिकल ट्रायल हो चुका है। क्लिनिकल ट्रायल में ऐसे मरीजों को रखा गया जिनको स्ट्रोक की समस्या एक साल से अधिक से थी। इन लोगों में बहुत तेज रिकवरी देखने को मिली है।

स्ट्रोक के मरीजों का इलाज संभव होगा 

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर आशीष दत्ता ने बताया कि अपोलो हॉस्पिटल के साथ  इसका क्लीनिकल ट्रायल अभी भी जारी है। जल्द ही यह मशीन बाजार में होगी और बिना फिजियोथेरेपिस्ट की मदद के स्ट्रोक के मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा। इस डिवाइस में ईईजी कैप को मरीज को पहनाया जाता है। इसके बाद डिवाइस की मदद से हाथ में मोशन कराया जाता है। ब्रेन का फोकस अगर हाथ पर नहीं होता है तो इसका पता लैपटॉप की स्क्रीन पर लग जाता है। जिससे मरीज अपना फोकस बढ़ाता है और रिकवरी फास्ट होती है।

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