रूस-यूक्रेन युद्ध में एक भारतीय ने अपनी गंवा दी. पुतिन की सेना में शामिल केरल के त्रिशूर जिले के निवासी 32 वर्षीय बिनिल टीबी (Binil TB) की युद्ध के दौरान लड़ते हुए मौत हो गई. बिनिल अपने रिश्तेदार जैन टीके (Jain TK) के संग रूस की सेना के साथ मिलकर यूक्रेन से लोहा ले रहे थे. इस युद्ध में जैन टीके गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं कुछ पहले ही परिवार को भेजे एक संदेश में बिनिल ने कहा कि वे पुतिन की आर्मी में नहीं रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि वे बुरी तरह थके हुए हैं. अपने देश में वापसी करना चाहते हैं.
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यहां पर धोखा हुआ
बिनिल टीबी और जैन टीके अप्रैल में रूस पहुंचे थे. दरअसल दोनों को रूसी मिलिट्री सपोर्ट में शामिल किया गया था. इन सेवाओं में इलेक्ट्रीशियन, कुक, प्लंबर और ड्राइवर की उम्मीद लेकर गए. मगर यहां पर उनके साथ धोखा हुआ. उनका पासपोर्ट छीना गया. इन्हें स्थाई नागरिक बनने को लेकर मजबूर किया गया. उन्हें रूसी सेना में शामिल करके युद्ध लड़ने के लिए भेजा गया. तब से दोनों अपने देश में वापसी नहीं कर पाए. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अब इनमें से एक बिनिल टीबी की मौत की खबर सामने आई है.
कई महीनों से हम दोनों की वापसी का प्रयास कर रहे थे: एजेंसी
इस बीच परिवार शव लाने को लेकर विदेश मंत्रालय ने मांग कर रहा है. बताया कि बिनिक की पत्नी जोसा मॉस्को में भारतीय दूतावास के संपर्क में है. उसे मौत की खबर सबसे पहले मिली. रूस के अफसरों ने फोन पर बताया कि बिनिल की मौत हो गई. उन्हें रूसी सेना से इस बात सूचना प्राप्त हुई थी. इससे पहले सितंबर में मॉस्को में इंडियन एंबेसी ने दोनों से संपर्क साधने की कोशिश की थी. मगर तब उसे सफलता नहीं मिली. इस बीच केरल सरकार की एजेंसी नोरका रूट्स का कहना है, हमें इस बात की सूचना प्राप्त हुई. हमें विदेश मंत्रालय से जवाब का इंतजार है. बीते कई महीनों से हम दोनों की वापसी का प्रयास कर रहे थे. हमें अभी तक सही आंकड़े नहीं पता है कि अब तक कितने लोग रूस की सेना में फंसे हैं.