logo-image

यूपी के शाहजहांपुर में मनाई जा रही है जूता मार होली, मस्जिदों को ढका गया

यूपी के शाहजहांपुर में स्थानीय लोग रंग के अलावा जूता मार होली खेलते हैं. जूता मार होली एक सदियों पुरानी परंपरा है, जिसमें लगभग आठ किलोमीटर की दूरी से एक जुलूस निकाला जाता है.

Updated on: 29 Mar 2021, 05:13 PM

शाहजहांपुर :

आज देशभर में होली (Holi 2021) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. हर तरफ रंगपर्व होली की अलग छटा नजर आ रही है. भारत के कई राज्यों में होली को अनोखे तरह से मनाने की परंपरा है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में जहां फूल और लट्ठमार होली मनाई जाती है वहीं दूसरी तरह बिहार में फाग गीतों के साथ मनाया जाता है. इसी तरह यूपी के शाहजहांपुर में स्थानीय लोग रंग के अलावा जूता मार होली खेलते हैं. जूता मार होली एक सदियों पुरानी परंपरा है, जिसमें लगभग आठ किलोमीटर की दूरी से एक जुलूस निकाला जाता है, जिसे 'लाट साहेब का जुलूस' कहा जाता है. इसे पहले 'नवाब साहेब का जुलूस' के नाम से जाना जाता था.

यहां लाट साहेब के तौर पर एक आदमी को बैलगाड़ी में लगी एक कुर्सी पर बिठाया जाता है और जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ता जाता है, लोग उसे जूते और झाड़ू से मारते जाते हैं. इस शख्स को हेलमेट पहनाया जाता है, जिससे उसकी रक्षा हो सके और पहचान भी छिपाई जा सके.

और पढ़ें: रंग की उमंग पर कोरोना का साया, सार्वजनिक होली मिलन समारोह की मनाही

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने कहा, "होली के दिन यहां दो जुलूस निकाले जाते हैं - लाट साहब का जूलूस और फिर छोटा लाट साहब का जूलूस. कोई नहीं जानता कि इसकी परंपरा कैसे शुरू हुई, लेकिन यह अब 100 साल से अधिक पुरानी है.

कई बार जुलूस में फेंके गए जूते मस्जिदों में जाकर गिर जाते हैं इसलिए किसी भी सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए हमने मस्जिदों को कवर करना शुरू कर दिया है." ये दो जुलूस जिन रास्तों से होकर निकलते हैं, वहां सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है और उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है ताकि कोई हंगामा खड़ा न हो. वहीं होली के दौरान कोई तनाव का माहौल उत्पन्न न हो इसलिए शाहजहांपुर में यहां की मशहूर 'जूता मार होली' के मद्देनजर दर्जनों मस्जिदों और मजारों को तिरपाल से ढंक दिया गया है.

वहीं बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने के कारण देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई समेत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी लोग एहतियातन सार्वजनिक होली मिलन समारोहों पर पाबंदी है.