देश के विभिन्न भागों में भारी बारिश ने कहर बरपा रही है. रविवार को बारिश ने कई जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ दिए. सड़के जलमग्न होने के कारण लोगों को यातायात में समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पहाड़ी क्षेत्र में नदियों में उफान होने के कारण भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. इस बीच हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रामनी के नजदीक नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है. सड़क के किनारे दोनों ओर वाहनों की लाइनें लगी हुई हैं. यहां पर बारिश की वजह से खतरा मंडरा रहा है.
एनडीआरएफ ने मछुआरों को बचाया
जबलपुर में एनडीआरएफ के जवानों ने सोमवार को भेड़ाघाट के करीब मानसून की बारिश के कारण उफनती नर्मदा नदी में चट्टान पर फंसे मछुआरों को बचा लिया.
हरियाणा में बचाव दल को बुलाया
हरियाणा सरकार आम जनता के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, कि अगर जरूरत न हो घर से बाहर निकलने की कोशिश न करें. मौसम विभाग ने बुधवार तक बरसात की संभावना व्यक्त की है. बारिश की वजह से स्कूलों को बंद करने का फर्मान जारी किया गया है. किसी तरह के हालात से निपटने के लिए NDRF/SDRF को बुलाया है.
हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा पानी बना मसीबत
यमुनानगर हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है. हरियाणा के गांव लापरा कैत मंडी समेत कई गावों में 4 से 5 फीट तक पानी लबालब भर गया है. ऐसे में लोगों के लिए सड़क पर निकला कठिन हो चुका है. वहीं जम्मू कश्मीर की बात करें तो चिनाब नदी का बांध टूट गया. इस कारण कई घरों में पानी घुस गया है. अब प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को रिलीफ कैंप भेजा है.
प्रयागराज में गंगा यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा
इस बीच प्रयागराज में गंगा यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में बाढ़ आने की आशंका बढ़ रही है. इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. लोगों को चेतावनी जारी की गई है कि वह गंगा यमुना नदियों के गहरे पानी में जानें से बचें. गौरलतब है कि रविवार की सुबह यमुना में हथिनी कुंड बैराज से 45402 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ने का काम आरंभ हो गया है. ऐसे में मंगलवार तक यमुना के जलस्तर में तेजी आने का अनुमान बना हुआ है. बीते दो दिनों से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश देखी गई है.
सिंचाई बाढ़ खंड के कंट्रोल रूम से रविवार रात 10:00 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार, गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 77.19 और छतनाग में 73.56 मीटर रिकॉर्ड किया गया. इसी तरह नैनी में यमुना का जलस्तर रात 10:00 बजे 64.02 मीटर दर्ज किया गया है. अफसरों के मुताबिक पहाड़ी इलाकों में बारिश और हथनी कुंड से यमुना में पानी छोड़े जाने के कारण प्रयागराज में जल का दबाव बढ़ने लगा है.
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प्रयागराज के संगम तट पर और आसपास के घाटों पर जल का दबाव बढ़ने के कारण तमाम तीर्थ पुरोहित चौकियों और फूस के छप्परों को घोड़ों और ठेला गाड़ी पर लाद कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. गौरतलब है कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को भारी बारिश की वजह से नदी में बाढ़ जैसे हालात हैं. वहीं हिमाचल में ब्यास नदी भी उफान पर है. वहीं उत्तरखंड में गंगा ने विकराल रूप ले लिया है. धामी सरकार ने हिदायत दी है कि अनावश्यक यात्रा पर न निकलें. उन्होंने जनता से अपील की वे मौसम के आधार पर घर के बाहर जाने की योजना तैयार करें.
Source : News Nation Bureau