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गुरुग्राम की लैब ने 6 स्वस्थ लोगों को बता दिया कोरोना पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक प्राइवेट लैब की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 8 लोगों की रिपोर्ट जब सरकारी लैब में फिर से जांची गई तो उनमें से 6 की रिपोर्ट निगेटिव आई. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया.

Updated on: 26 May 2020, 02:50 PM

मेरठ:

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक प्राइवेट लैब की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 8 लोगों की रिपोर्ट जब सरकारी लैब में फिर से जांची गई तो उनमें से 6 की रिपोर्ट निगेटिव आई. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में कोरोना वार्ड में भर्ती इन 6 स्वस्थ लोगों को फौरन शिफ्ट कि गया. अब 5 दिन बाद इनकी जांच दोबारा होगी. गुरुग्राम, हरियाणा स्थित इस निजी लैब का मेरठ में कलेक्शन सेंटर है. यहां सैंपल कलेक्ट किए जाते हैं.

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यहां से उन्हें दोबारा जांच के लिए भेजा जाता है. बीते 2 दिनों में इस लैब ने 8 लोगों के सैंपल जांचने के बाद उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया था. इन्ही लोगों की जब दोबारा मेरठ के मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच की गई तो वो निगेटिव आई. लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने के लिए इस लैब के लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीएम मेरठ अनिल ढींगरा ने शासन को संस्तुति भेजी है.

महिला की रिपोर्ट आने पर हुआ शक

बागपत रोड पर मॉर्डन लैब एंड डायगनोस्टिक सेंटर नाम के 2 सेंटर हैं. गुरुग्राम की एक कंपनी के द्वारा यह संचालित होती है. यहां कोविड 19 की जांच के लिए प्रति मरीज 4800 रुपये लिए जाते हैं. अब तक कोविड-19 को लेकर 1253 जांच हो चुकी है. इनमें से 24 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. कुछ समय पहले एक महिला के सैंपल की जांच की गई थी तो वो निगेटिव पाई गई. जबकि किसी लैब ने महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव बताई थी.

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फर्जीवाड़े के शक में मॉर्डन लैब के अन्य 8 सैंपल की जांच 24 मई को मेरठ मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी लैब में कराई गई. इनमें से 6 सैंपल निगेटिव मिले हैं, जबकि निजी लैब में ये सभी सैंपल 21 मई को पॉजिटिव पाए गए थे.