logo-image

तब्लीग़ी मरकज केस में दिल्ली पुलिस ने हाई कोर्ट में दाखिल की स्टेटस रिपोर्ट, कही ये बातें

रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि 23 मार्च को वाट्सएप्प पर मौलाना साद की वायरल हुई ऑडियो रिकॉडिंग वायरल मिली, जिसमें साद अपने समर्थकों को लॉकडाउन, सोशल डिस्टैन्सिंग की परवाह न करते हुए मरकज़ में शामिल होने को कह रहा था.

Updated on: 26 May 2020, 02:44 PM

नई दिल्ली:

तब्लीग़ी मरकज मामले (Tablighi Markaz Case) में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की. रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि 23 मार्च को वाट्सएप्प पर मौलाना साद की वायरल हुई ऑडियो रिकॉडिंग वायरल मिली, जिसमें साद अपने समर्थकों को लॉकडाउन, सोशल डिस्टैन्सिंग की परवाह न करते हुए मरकज़ में शामिल होने को कह रहा था. मरकज में 1300 से ज़्यादा देशों और विभिन्न राज्यों से लोग आए थे और बिना सोशल डिस्टन्सिंग का पालन किये वहां रह रहे थे. उनमें से कोई भी फेस मास्क, सेनेटाइजर का इस्तेमाल नहीं कर रहा था.

यह भी पढ़ें : कंटेनमेंट जोन को लेकर ओडिशा में पत्थरबाजी, बेकाबू हुई भीड़, कई पुलिसकर्मी घायल

रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना साद और तबलीगी ज़मात प्रबंधन से जुड़े लोगों ने जान-बूझकर इस लापरवाही को अंजाम दिया। परिसर के अंदर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठे होने दिया गया, जिससे तब्लीगी ज़मात के लोग तो कोरोना के शिकार हुए ही, बाकी देशवासियों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़
गया.

यह भी पढ़ें : कानूनी दावपेंच में फंस सकती है बिग बी स्टारर फिल्म 'झुंड', जानें क्यों

रिपोर्ट में कहा गया है कि गृह मंत्रालय ने टूरिस्ट वीजा पर आए अब तक 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया है, जो ज़मात में शामिल हुए थे. अभी तक ज़मात से जुड़े 900 विदेशी नागरिक ही जांच में शामिल हुए हैं. जांच लगातार जारी है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और ना ही पुलिस ने किसी को हिरासत में लिया है.