Ghaziabad: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां हर्षवर्धन जैन नामक शख्स ने फर्जी दूतावास चला रखा था. यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने कविनगर इलाके में छापेमारी कर हर्षवर्धन को गिरफ्तार किया. जांच में सामने आया कि वह खुद को डिप्लोमेट बताकर न सिर्फ लोगों को गुमराह करता था, बल्कि उसके पास फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट्स, पासपोर्ट्स और लग्जरी कारें भी थीं.
अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर से जुड़े थे तार
हर्षवर्धन के तार विवादित तांत्रिक चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर अदनान खशोगी से भी जुड़े पाए गए हैं. जांच एजेंसियों को पता चला है कि चंद्रास्वामी ने ही उसकी मुलाकात लंदन में अदनान खशोगी से कराई थी. इसके बाद हर्षवर्धन हवाला कारोबार और फर्जी कंपनियों के जरिए कालेधन को इधर-उधर करने में जुट गया.
बरामद हुआ ये सामान
उसके कब्जे से 44 लाख रुपये नकद, विदेशी करेंसी और 18 फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट्स बरामद हुई हैं. इसके अलावा, उसने गाजियाबाद की एक आलीशान कोठी को किराए पर लेकर वहां फर्जी दूतावास भी बना रखा था. बताया जा रहा है कि उस कोठी पर कई विदेशी झंडे और एंबेसी की नेमप्लेट भी लगाई गई थीं, जिन्हें अब हटा दिया गया है.
सबूत बयां कर रहे ये कहानी
हर्षवर्धन के पिता जेडी जैन ने बेटे का बचाव करते हुए इसे एक एक्सपोर्ट-इंपोर्ट का काम बताया है, लेकिन पुलिस को मिले सबूत कुछ और ही कहानी कह रहे हैं. पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उसने अपने ससुर आनंद जैन के राजनीतिक रसूख का भी जमकर फायदा उठाया. आनंद जैन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं.
2011 में अवैध सैटेलाइट फोन रखने का मामला दर्ज
हर्षवर्धन के खिलाफ पहले भी 2011 में कविनगर थाने में अवैध सैटेलाइट फोन रखने का मामला दर्ज हो चुका है. अब एक बार फिर उसी थाने में उस पर शिकंजा कसा गया है. STF उसकी संपूर्ण गतिविधियों और नेटवर्क की गहन जांच कर रही है ताकि इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों को भी बेनकाब किया जा सके.
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