यूपी: राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज, जानिए क्या है मामला

ललित अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें लगाकर राज्य भर में एक 'स्वदेशी' ब्रांड के मोबाइल फोन के लॉन्च के लिए होर्डिंग्स लगाए थे.

ललित अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें लगाकर राज्य भर में एक 'स्वदेशी' ब्रांड के मोबाइल फोन के लॉन्च के लिए होर्डिंग्स लगाए थे.

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Sunil Chaurasia
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होर्डिंग्स की तस्वीर( Photo Credit : न्यूज नेशन)

उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है. राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. ललित अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें लगाकर राज्य भर में एक 'स्वदेशी' ब्रांड के मोबाइल फोन के लॉन्च के लिए होर्डिंग्स लगाए थे.

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होर्डिग्स पर फोटो और फोन को इस तरह से दिखाया गया था कि मानो सरकार 'स्वदेशी' मोबाइल फोन लॉन्च करने की योजना बना रही है. गौरतलब है कि कपिल देव अग्रवाल और अन्य मंत्री भी फोन लॉन्चिंग में शामिल थे. फोन को बनाने वाली कंपनी ने ललित अग्रवाल को एक बड़ी रकम के बदले विज्ञापन देकर इसे प्रमोट करने के लिए कहा था.

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ललित अग्रवाल ने होर्डिंग्स के माध्यम से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में फोन का विज्ञापन किया, लेकिन फोन बाजार में नहीं आया. अब यह संदेह किया जा रहा है कि कंपनी का इरादा सस्ती दर पर सरकार से भूमि और अन्य सुविधाएं लेना था. कंपनी के सीईओ दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी के फेसबुक प्रोफाइल से पता चलता है कि वह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है.

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सुल्तानपुर के भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने न केवल प्रचार में भाग लिया, बल्कि दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी की प्रशंसा में ट्वीट भी किया. कपिल देव अग्रवाल ने ट्विटर के माध्यम से फोन स्वदेशी होने के बारे में भी कहा. जब मामला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक पहुंचा, तो आनन-फानन में लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया. पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिकी दर्ज होने की पुष्टि की है लेकिन आगे कोई जानाकरी देने से इनकार कर दिया.

Source : IANS

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