logo-image

जागेश्वर धाम के पुजारियों के साथ दुर्व्यवहार, बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज

जगेश्वर धाम के पुजारियों के साथ दुर्व्यवहार करने पर बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज

Updated on: 02 Aug 2021, 09:39 AM

highlights

  • जागेश्वर धाम में दर्शन के दौरान प्रबंधक से भिड़े बीजेपी सांसद
  • बात बढ़कर धक्का-मुक्की और गाली-गलौज तक पहुंची
  • दर्शन के बदले एक हजार रूपये की वसूली- सांसद के मीडिया प्रभारी

लखनऊ:

भगवान शिव के जागेश्वर धाम में भोलेनाथ का दर्शन करने गए भाजपा के सांसद धर्मेंद्र कश्यप मंदिर के पुजारियों पर ही भड़क गए. वजह ये थी कि जब तक नेता जी मंदिर में पहुंचे, तब तक कपाट बंद होने का समय हो गया था और पुजारी ने उन्हें रोका, तो ये बात नेता जी को नागंवार गुजरी और वो जबरन मंदिर में घुसने की कोशिश करने लगे और पुजारी पर बदसलूकी का आरोप लगाने लगे. हालांकि जब भीड़ ने इसका विरोध किया, तो नेता जी वहां से चलते बन लिए.

यह भी पढ़ें : आज UP के दौरे पर अमित शाह, शिलान्यास से करेंगे 2022 विधानसभा चुनाव का शंखनाद

क्या है पूरा मामला?

सूत्रों के अनुसार, बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप शनिवार को करीब शाम 6 बजे के आस-पास मंदिर में भगवान भोले नाथ के दर्शन के लिए पहुंचे. वहां उन्हें कपाट बंद होने की तैयारियां होती दिखीं. जो उन्हें अच्छा नहीं लगा और उन्होंने अपने सांसद के पद का घमंड दिखाते हुए कपाट खोलने की बात कहने लगे. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जागेश्वर धाम के कपाट संध्याकालीन आरती के बाद रोज शाम छह बजे बंद कर दिए जाते हैं और फिर अगले दिन सुबह ही खुलते हैं. प्रबंधन विभाग के लोगों ने जब उन्हें ये बात बताते हुए कपाट खोलने से मना किया, तो वो प्रबंधन विभाग के लोगों से भिड़ गए और गालीगलौज भी करने लगे. 

मामला जब ज्यादा बढ़ा, तो बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. वहां उपस्थित लोगों ने सांसद के बर्ताव का विरोध करना शुरू कर दिया तो सांसद धर्मेंद्र कश्यप मौके की नज़ाकत को समझते हुए चुपचाप वहां से निकल गए. मंदिर समिति के प्रबंधक भगवान भट्ट और स्टाफ ने इसकी जानकारी भनोली की एसडीएम मोनिका को दी. एसडीएम ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जिसका ब्योरा मंगाया जा रहा है. डीएम नितिन सिंह भदौरिया को भी अवगत करा दिया गया है.

इस मामले में क्या कहना है सांसद धर्मेंद्र कश्यप का?

इस मामले में सांसद का तो कोई बयान सामने नहीं आया, लेकिन उनके मीडिया प्रभारी राहुल कश्यप का कहना है कि सांसद जागेश्वर धाम में दर्शन करने गए थे. वहां भक्तों से दर्शन कराने के लिए एक हजार रुपये की वसूली हो रही थी. सांसद से भी पैसे मांगे गए तो उन्होंने मना कर दिया और दर्शन करने आगे बढ़ गए. मंदिर प्रबंधक ने इस बात पर गाली देना शुरू कर दिया. प्रबंधक के इस रवैये का ही सांसद ने जवाब देने की कोशिश की.