लखनऊ का रहमानखेड़ा में पिछले एक महीने से लोग डर के साए में जी रहे हैं. इस इलाके में बाघ होने सूचना से हड़कंप मचा हुआ है. इन खबरों के बाद से वन विभाग ने भी बाघ को पकड़ने का प्रयास तेज कर दिया है. राजधानी लखनऊ के आबादी से महज 20 किलोमीटर दूर इस बाघ के डर लोगों के अंदर देखा जा रहा है. वन विभाग के ऊपर भी इसे पकड़े का दबाव बना हुआ है. अगर समय रहते कदम नहीं उठाया तो एक बड़ी आबादी खतरे में आ सकती है.
रहमानखेड़ा के इस इलाके में बाघ का भय काफी ज्यादा देखा जा रहा है. यहां पर वन विभाग की टीम कैंप कर रही है. पहले इस बात को काफी हल्के में लिया जा रहा था, मगर जब लोगों को बाघ दिखाई दिया तो वन विभाग हरकत में आ गया. इस दौरान वन विभाग को बाघ के पैरों के निशान दिखाई दिए हैं. बाघ ने सांड को बार मार खाया है. इसके बाद से वन विभाग हरकत में आ गया है. वन विभाग की 30 सदस्यीय दल इन दिनों जंगल में कैंप बनान रात गुजार रहा है.
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20 दिन से वन विभाग की टीम टीकी
यहां पर दो डॉक्टर पहले से ही पहुंच चुके हैं. ट्रैप केज को लगाया गया है. थर्मल कैमरे को लगाया गया है. वहीं ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है. वन विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि शिकार करने के बाद वो दोबारा लौटता है. ऐसे में कैमरा लगा दिया गया है. ड्रोन से पूरे क्षेत्र का खाका खींच लिया गया है. अब 27 से हाथियों से कांबिंग की जाएगी.
लोगों के चेहरे पर डर दिखाई दे रहा है. इलाके में वन विभाग का प्रयास है कि अगले एक से दो दिन में उसे पकड़ लिया जाएगा. जंगल लगाता कट रहे हैं. ऐसे जानवर आदमी की बढ़ती आबादी में पहुंच रहे हैं. ऐसे में इस तरह की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. लखनऊ में तराई क्षेत्र से सीतापुर लखीमपुर से इस बाघ के आने का अंदाजा लगाया जा रहा है.